पीएम मोदी के 10 बड़े संदेश, कहा-मुस्लिमों के एक हाथ में कुरान-दूसरे में हो कंप्यूटर

दिल्ली में गुरुवार को इस्लामिक स्कॉलर कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस्लाम की सच्ची पहचान बनाने में जॉर्डन की अहम भूमिका रही है. पीएम मोदी ने कहा कि हम चाहते हैं कि मुसलमानों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कम्प्यूटर हो. भारत आतंकवाद से लड़ने में और काबू पाने में सक्षम है. प्रधानमंत्री के साथ कॉन्फ्रेंस में जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला-2 समेत कई देशों के इस्लामिक विद्वानों ने हिस्सा लिया.

पीएम मोदी के 10 बड़े संदेश, कहा-मुस्लिमों के एक हाथ में कुरान-दूसरे में हो कंप्यूटर

पीएम के संबोधन की 10 बड़ी बातें-

1. दुनिया भर के मज़हब और मत भारत की मिट्टी में पनपे हैं. भारत की आबोहवा में उन्होंने ज़िन्दगी पाई और सांस ली हैं. चाहे वह 2500 साल पहले भगवान बुद्ध हों या पिछली शताब्दी में महात्मा गांधी. अमन और मुहब्बत के पैग़ाम की ख़ुशबू भारत के चमन से सारी दुनिया में फैली है.

2. आपका वतन और हमारा दोस्त देश जॉर्डन इतिहास की किताबों और धर्म के ग्रंथों में एक अमिट नाम है. जॉर्डन एक ऐसी पवित्र भूमि पर आबाद है, जहां से ख़ुदा का पैग़ाम पैगम्बरों और संतों की आवाज बनकर दुनिया भर में गूंजा.

3. भारत में हमारी यह कोशिश है कि सबकी तरक्की के लिए सबको साथ लेकर चलें. क्योंकि सारे मुल्क की तकदीर हर शहरी की तरक्की से जुड़ी है. क्योंकि मुल्क की खुशहाली से हर एक की खुशहाली बाबस्ता है.  

4. हमारी विरासत और मूल्य, हमारे मज़हबों का पैगाम और उनके उसूल वह ताकत हैं जिनके बल पर हम हिंसा और दहशतगर्दी जैसी चुनौतियों से पार पा सकते हैं.

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5. इंसानियत के खिलाफ दरिंदगी और हमला करने वाले शायद यह नहीं समझते  हैं कि नुकसान उस मज़हब का होता है जिसके लिए वो खड़े होने का दावा करते हैं.

6. यह वो शक्ति है जिसके बल पर हर भारतीय के मन में अपने गौरवशाली अतीत के प्रति आदर है, वर्तमान के प्रति विश्वास है और भविष्य पर भरोसा है.

7. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में लोकतंत्र एक राजनैतिक व्यवस्था ही नहीं बल्कि समानता, विविधता और सामंजस्य का मूल आधार है.

8. हर भारतीय को गर्व है अपनी सामाजिक विविधता पर. अपनी विरासत की विविधता पर, और विविधता की विरासत पर. चाहे वह कोई ज़ुबान (भाषा) बोलता हो. चाहे वह मंदिर में दिया जलाता हो या फिर मस्जिद में सज़दा करता हो, चाहे वह चर्च में प्रार्थना करे या गुरुद्वारे में सबद गाए.

9. भारत के प्राचीन दर्शन और सूफियों के प्रेम और मानवतावाद की मिलीजुली परम्परा ने मानवमात्र की मूलभूत एकता का पैगाम दिया है.

10. मानवमात्र के एकात्म की इस भावना ने भारत को ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का दर्शन दिया है. भारत ने सारी दुनिया को एक परिवार मानकर उसके साथ अपनी पहचान बनाई है.  

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