जनऔषधि दिवस पर भावुक होकर पीएम मोदी ने कहा- आप लोगों का हौसला ही आपका भगवान है

जनऔषधि दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनऔषधि केंद्रों के लाभार्थियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि “आप सभी को दूसरे जनऔषधि दिवस की बहुत-बहुत बधाई। आज हफ्तेभर से मनाए जा रहे जनऔषधि सप्ताह का भी आखिरी दिन है। इस प्रशंसनीय पहल के लिए भी बहुत-बहुत अभिनंदन। जनऔषधि दिवस सिर्फ एक योजना को सेलिब्रेट करने का दिन नहीं है, बल्कि उन करोड़ों भारतीयों, लाखों परिवारों के साथ जुड़ने का दिन है, जिनको इस योजना से बहुत राहत मिली है।”

उन्होंने कहा कि “हर भारतवासी के स्वास्थ्य के लिए हम चार सूत्रों पर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना यानी पीएम-बीजेपी, इसी की एक अहम कड़ी है। ये देश के हर व्यक्ति तक सस्ता और उत्तम इलाज पहुंचाने का संकल्प है। मुझे बहुत संतोष है कि अब तक 6 हजार से अधिक जनऔषधि केंद्र पूरे देश में खुल चुके हैं।”

पहले की तुलना में इलाज का खर्चा हुआ बहुत कम

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस योजना की वजह से पहले की तुलना में इलाज पर खर्च बहुत कम हो रहा है। मुझे बताया गया है कि अभी तक पूरे देश में करोड़ों गरीब और मध्यम वर्ग के साथियों को 2000-2500 करोड़ रुपये की बचत जनऔषधि केंद्रों के कारण हुई है। आप सभी प्रशंसनीय काम कर रहे हैं। आपके इस काम को पहचान दिलाने के लिए सरकार ने इस योजना से जुड़े पुरस्कारों की शुरुआत करने का भी फैसला लिया है।

पीएम ने कहा, जैसे-जैसे ये नेटवर्क बढ़ रहा है, वैसे ही इसका लाभ भी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच रहा है। आज हर महीने एक करोड़ से अधिक परिवार इन जन औषधि केंद्रों के माध्यम से बहुत सस्ती दवाइयां ले रहे हैं।

कोरोनायारस से बचने को मास्क पहनें

गुवाहाटी से अशोक कुमार बेटाला के कोरोनावायरस पर पूछे गए सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि परिवार में जो बाकी लोग होते हैं उनकी भी संक्रमित होने की आशंका ज्यादा होती है, ऐसे में उनको भी जरूरी टेस्ट करा लेने चाहिएं। ऐसे साथियों को मास्क भी पहनने चाहिएं, ग्लब्स भी पहनने चाहिएं और दूसरों से कुछ दूरी बनाकर रहनी चाहिए।

अफवाहों से बचें, डॉक्टर की सलाह लें

पीएम मोदी ने कहा, ऐसे समय में अफवाहें भी तेजी से फैलती हैं। कोई कहता है ये नहीं खाना है, वो नहीं करना है, कुछ लोग चार नई चीजें लेकर आ जाएंगे कि ये खाने से कोरोनावायरस से बचा जा सकता है। हमें इन अफवाहों से भी बचना है। जो भी करें, अपने डॉक्टर की सलाह से करें। और हां, पूरी दुनिया नमस्ते की आदत डाल रही है। अगर किसी कारण से हमने ये आदत छोड़ दी है, तो हाथ मिलाने के बजाय इस आदत को फिर से डालने का भी ये उचित समय है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि जेनेरिक दवाओं को लेकर अफवाहें फैलाएं जाती हैं। पुराने अनुभवों के आधार पर कुछ लोगों को ये भी लगता है कि आखिर इतनी सस्ती दवा कैसे हो सकती है, कहीं कोई खोट तो इसमें नहीं है। ये दवाएं दुनियाभर के बाजार में उपलब्ध किसी भी दवाई से जरा भी कम नहीं हैं। ये दवाएं बेहतरीन लैब्स से सर्टिफाइड होती हैं, हर प्रकार की सख्त जांच से निकले दवा निर्माताओं से खरीदी जाती हैं।

भारत में बनी जेनेरिक दवाओं की पूरी दुनिया में डिमांड

उन्होंने कहा कि भारत की बनी जेनेरिक दवाओं की पूरी दुनिया में डिमांड है। सरकार ने हर अस्पताल के लिए जेनेरिक दवाएं लिखना जरूरी कर दिया है। कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर डॉक्टर जेनेरिक दवाएं ही लिखें, ये सुनिश्चित करना जरूरी है। मेरा आप सभी लाभार्थियों से भी निवेदन रहेगा कि अपने अनुभवों को अधिक से अधिक साझा करें। इससे जनऔषधि का लाभ ज्यादा मरीजों तक पहुंच सकेगा।

मरीजों के 12,500 करोड़ रुपये बचे

पुणे से किडनी की मरीज जेबा खान के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले तो मैं आपकी बेहतर सेहत की कामना करता हूं। आपकी बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए भी शुभकामनाएं। एक हजार से अधिक जरूरी दवाइयों की कीमत नियंत्रित होने से मरीजों के 12,500 करोड़ रुपये बचे हैं। स्टेंट्स और नी-इम्प्लांट्स की कीमत कम होने से लाखों मरीजों को नया जीवन मिला है।

गांव-गांव में आधुनिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र बनाए जा रहे

उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि देश में लोगों को मेडिकल सुविधा के लिए ज्यादा दूर न जाना पड़े इसलिए देशभर में इस योजना के तहत देश के गांव-गांव में आधुनिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र बनाए जा रहे हैं। नए मेडिकल कॉलेज बनाये जा रहे हैं, जिससे देश में मेडिकल सीटों में भी बढ़ोतरी हो रही है। अभी तक जो 31 हजार से ज्यादा सेंटर तैयार हो चुके हैं, उनमें 11 करोड़ से ज्यादा साथी अपनी जांच करा चुके हैं। करीब 90 लाख गरीब लोगों को आयुष्मान योजना के तहत लाभ मिला है।

जम्मू-कश्मीर से गुलाम नबी के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी साहब, आपके एक हमनाम तो यहां दिल्ली में मेरे बहुत करीबी मित्र भी हैं।
मैं उनसे मिलूंगा तो आपके बारे में जरूर बताऊंगा। आपने सही कहा जम्मू कश्मीर हो, नॉर्थ ईस्ट हो, या दूसरे पहाड़ी और आदिवासी क्षेत्र, यहां पर जनऔषधि योजना को विस्तार भी देना है और सारी दवाएं उपलब्ध रहें, ये सुनिश्चित करना भी जरूरी है।

3 लाख लोगों को पेंशन योजना से जोड़ा गया

पीएम ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जो नई व्यवस्थाएं बनी हैं, उनसे इस प्रकार की सुविधाओं में और तेजी आएगी। पहले केंद्र की योजनाओं को वहां लागू कर पाना बहुत मुश्किल होता था, लेकिन अब ये अड़चनें हट गई हैं। बीते डेढ़ साल में जम्मू-कश्मीर में अभूतपूर्व तेजी से विकास का काम चल रहा है। इस दौरान साढ़े 3 लाख से ज्यादा साथियों को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है, 3 लाख बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों को सरकार की पेंशन योजना से जोड़ा गया है।

उन्होंने कहा कि जहां तक स्वास्थ्य सुविधाओं की बात है, तो वहां दो एम्स और दूसरे मेडिकल कॉलेज पर भी काम तेजी से चल रही है। जम्मू-कश्मीर के विकास में आ रही ये तेजी अब और बढ़ने लगी है। अब सही मायने में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की भावना वहां जमीन पर उतर रही है।

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