गैस रिसाव हादसे को लेकर PM मोदी ने तत्काल बुलाई बैठक…
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक केमिकल प्लांट इकाई में आज सुबह गैस रिसाव होने से एक बड़ा हादसा हो गया है। गैस लीक होने की घटना में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।विशाखापट्टनम जिले के आरआर वेंकटपुरम गांव में गैस रिसाव की यह घटना सामने आई।जानकारी के मुताबिक आरआर वेंकटपुरम गांव के एलजी पॉलिमर उद्योग में गैस रिसाव से हुई घटना में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। विशाखापत्तनम में गैस रिसाव की स्थिति के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 11 बजे एनडीएमए की बैठक बुलाई है।
विशाखापत्तनम की स्थिति को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी से बात की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने बातचीत के दौरान सभी तरह की मदद और सहायता का आश्वासन दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि विशाखापत्तनम में हुई घटना परेशान करने वाली है। एनडीएमए के अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों से बात की है। हम स्थिति पर लगातार और बारीकी से नजर रख रहे हैं। मैं विशाखापत्तनम के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं।
एनडीआरएफ डीजी ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा कि कुल 27 व्यक्ति एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव अभियान में शामिल हैं, जो गैस रिसाव से निपटने में विशेषज्ञ हैं। 80 से 90 प्रतिशत निकासी पूरी हो चुकी है।
विशाखापत्तनम के जिला कलेक्टर विनय चंद ने किंग जॉर्ज अस्पताल का दौरा किया, जहां प्रभावित लोगों का इलाज किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बताया है कि उन्होंने विशाखापत्तनम में स्थिति के संबंध में गृह मंत्रालयऔर एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) के अधिकारियों से बात की है। इस घटना की कड़ी निगरानी की जा रही है।
मैं विशाखापत्तनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।
आंध्र प्रदेश के डीजीपी डीजी सावंग ने जानकारी दी है कि आंध्र प्रदेश में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से एक मौत भागने की कोशिश में कुएं में गिरने से हुई है। डीजीपी के मुताबिक आज सुबह आज सुबह लगभग 3:30 बजे यह घटना हुई। निकासी अभियान अभी भी जारी है। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्लांट बंद था।
गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने विशाखापट्टन गैस रिसाव की घटना पर कहा है कि मरने वाले लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मैंने स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के मुख्य सचिव और DGP से बात की है।एनडीआरएफ की टीमों को आवश्यक राहत उपाय उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। अभूतपूर्व और दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सैकड़ों लोग प्रभावित हुए। मैंने गृह सचिव, जीओआई से बात की और उनसे आवश्यक सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया।
इस बीच आंध्र प्रदेश के सीएम सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी विशाखापट्टनम के लिए रवाना होंगे। वह किंग जॉर्ज अस्पताल जाएंगे जहां प्रभावितों का इलाज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और जिला मशीनरी को तत्काल कदम उठाने और सभी सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापत्तनम में गैस रिसाव की घटना के बारे में पूछताछ की है और ज़िले के अधिकारियों को ज़िंदगी बचाने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है।
इससे पहले विशाखापत्तनम शहर के सीपी आरके मीणा ने बताया कि गैस रिसाव पर काबू पा लिया गया है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई हैं।आरके मीणा के मुताबिक गैस रिसाव का अधिकतम प्रभाव लगभग एक से डेढ़ किमी था लेकिन इसकी गंध 2 से ढ़ाई किमी के क्षेत्र तक फैली थी। 100 से 120 लोगों को फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना में कुल 3 व्यक्तियों की मौत हुई है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है।सीपी आरके मीणा के मुताबिक यह स्टाइलिन गैस रिसाव था। हमने गांव को खाली कर दिया है।अब हम डोर-टू-डोर खोज कर रहे हैं।
आरआर वेंकटपुरम गांव के एलजी पॉलिमर उद्योग में सामने आई इस घटना में आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद लोगों को अस्पताल ले जाया गया। पुलिस, फायर टेंडर, एंबुलेंस मौके पर पहुंची हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है। वेस्ट जोन के एसीपी स्वरूप रानी ने बताया कि कि उद्योग से रासायनिक गैस का रिसाव 3 किमी तक फैला है, वहीं समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक विशाखापट्टनम में हुई गैस रिसाव की इस घटना में अब तक 70 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटना के बारे में जानकारी ली और विशाखापत्तनम के जिला कलेक्टर को प्रभावित लोगों के लिए उचित चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि कई लोग जमीन पर बेहेोशी की हालवत में पड़े हुए थे। यह घटना गोपालपट्टनम के पास नादुथोटा इलाके के आसपास स्थित पॉलिमर इकाई में हुई।