चीन के बाद अब रूस से ‘दोस्ती’ बढ़ाने में जुटा PAK, खरीदना चाहता है T-90 टैंक

चीन के साथ बढ़ती ‘दोस्ती’ और भारत के साथ चल रही तनातनी के बीच पाकिस्तान अब अपनी सामरिक शक्ति बढ़ाने की कोशिश में जुटा है. इसके लिए पाकिस्तान रूस के साथ रक्षा सौदों के लेकर बातचीत की पहल करना चाहता है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगिर खान ने कहा कि सैन्य हथियारों के सौदे के लिए इस्लामाबाद मॉस्को से ‘सीधी बात’ करेगा. इन रक्षा सौदों में एयर डिफेंस सिस्टम, फाइटर जेट और T-90 टैंक भी शामिल हैं.

चीन के बाद अब रूस से 'दोस्ती' बढ़ाने में जुटा PAK, खरीदना चाहता है T-90 टैंक

पाक के रक्षा मंत्री ने ये बातें रूस की न्यूज़ एजेंसी ‘स्पूतनिक’ को दिए गए इंटरव्यू के दौरान कही. खान ने यह भी कहा कि पाकिस्तान रूस के साथ सामरिक मुद्दों पर भी बात करेगा. उन्होंने कहा, “एयर डिफेंस सिस्टम अपनी तरह का एक अलग हथियार है, जिसमें हमें दिलचस्पी है. हम हमारी सेना को भारी मात्रा में ऐसे रूस के हथियार देना चाहते हैं, जो आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस हो. इसके लिए रूस से एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर बात चल रही है. जब सौदा पक्का हो जाएगा, तब इसका आधिकारिक ऐलान करेंगे.”

भारत ने 2001 में खरीदा था टी-90 भीष्म टैंक

 बता दें कि भारत ने रूस से 2001 में ‘टी-90 भीष्म’ टैंक खरीदा था. भारत ने 10 हजार करोड़ रुपये की डील से ऐसे 310 टैंक खरीदे, जिसमें से 120 टैंक बने बनाए मिले और 90 सेमी-असेंबल मिले थे. इसके अलावा अन्‍य 100 टैंकों को भारत में तैयार किया गया.

ये है इस टैंक की खासियत

T-90 भीष्‍म टैंक को रूस ने 1993 में बनाया था. इस टैंक में 125 मिमी स्मूथबोर गन लगी हुई है, जो इसे ताकतवर बनाती है. भीष्म टैंक एंटी टैंक मिसाइल भी छोड़ने में सक्षम है. यह टैंक 100 मीटर से लेकर 4 किलोमीटर की दूरी तक विरोधी टैंक को अपना निशाना बना सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button