एक बार जरुर करें इन योजनाओं में निवेश, नहीं डूबे आपका पैसा…

इमरजेंसी फंड जमा करना हो या अपने बड़े खर्चों के लिए बचत करनी हो, स्मॉल सेविंग स्कीम्स इस लिहाज से एक सुरक्षित और बेहतर निवेश विकल्प प्रदान करती हैं। भारत सरकार द्वारा समर्थित स्मॉल सेविंग स्कीम्स सॉवरेन गारंटी के साथ आती हैं। इस कारण यहां निवेश करने पर जोखिम न्यूनतम होता है। इन योजनाओं में सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना प्रमुख है। आज हम आपको इन योजनाओं से जुड़ी अहम बातें बताएंगे।

पीपीएफ (PPF)

भारतीय डाक की वेबसाइट के अनुसार, पब्लिक प्रोविडेंट फंड में न्यूनतम 500 रुपये से खाता खुलवाया जा सकता है। वहीं, अकाउंट में अधिकतम 1.5 लाख रुपये सालाना निवेश किये जा सकते हैं। सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार जितेंद्र सोलंकी के अनुसार, पीपीएफ 15 साल की मैच्योरिटी अवधि के साथ आता है। इसे 5 साल के लिए और आगे बढ़ाया जा सकता है। पीपीएफ पर ब्याज दर सरकार द्वारा हर तीन महीने में तय किया जाता है।

पीपीएफ पर इस समय 7.10 फीसद चक्रवृद्धि वार्षिक ब्याज दर की पेशकश की जा रही है। इस योजना में हर साल 31 मार्च को ब्याज का भुगतान होता है। निवेशक पीपीएफ की राशि पर लोन भी ले सकता है। खास बात यह है कि इसमें निवेशकों को कर लाभ भी मिलता है।

किसान विकास पत्र (KVP)

केवीपी इस समय 6.9 फीसद चक्रवृद्धि सालाना ब्याज दर की पेशकश कर रही है। किसान विकास पत्र में निवेश की गई राशि 124 महीने (10 साल 4 महीने) में दोगुनी हो जाती है। सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार जितेंद्र सोलंकी ने बताया कि किसान विकास पत्र में न्यूनतम 1000 रुपये निवेश किये जा सकते हैं। साथ ही अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है।

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