26/11: सीएसटी पर शहीद स्‍मारक पर जुटे लोग, दी श्रद्धांजलि

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर हुए आतंकी हमले को रविवार को 9 साल पूरे हो गए। आज भी मुंबई के रहवासी उस खौफनाक रात को याद कर सिहर उठते हैं।शहीद स्‍मारक

आतंक और खून के साये में वह रात आई और पीछे गमज़दा चेहरे, गुस्‍सा और बेबसी के निशान छोड़ गई।

इस हमले में शहीद हुए जवानों की याद में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर शहीद स्‍मारक बनाया गया है।

हर साल यहां देशवासी आकर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं। इस क्रम में रविवार सुबह 9 बजे सीएसटीएम मेन लाइन के पैसेंजर हॉल में नागरिकों ने शहीद स्‍मारक के साथ तस्‍वीरें खिंचवाईं। यह वही हॉल है जहां पर आतंकी कसाब और इस्‍माइल ने फायरिंग की थी।

मुंबई हमला : अहम बातें

नवंबर 2008 में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 सदस्यों ने मुंबई में चार दिन तक फायरिंग और बम विस्फोट किए। 26 नवंबर को शुरू होकर यह सिलसिला 29 नवंबर 2008 तक चला। इसमें कुल 164 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 308 घायल हो गए थे।

इन जगहों पर हुए थे हमले

छत्तीपति शिवाजी टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, होटल ताज पैलेस एंड टॉवर, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस यहूदी समुदाय केंद्र, मेट्रो सिनेमा और टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और सेंट जेवियर कॉलेज के पीछे एक लेन में आठ हमले हुए।

मुंबई के बंदरगाह क्षेत्र में माजगाव में और विले पार्ले में एक टैक्सी में एक विस्फोट हुआ था। 28 नवंबर की सुबह तक, ताज होटल को छोड़कर सभी साइटों को मुंबई पुलिस विभाग और सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षित किया गया था।

29 नवंबर को, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने शेष हमलावरों को फ्लश करने के लिए ‘ऑपरेशन ब्लैक टोर्नेडो’ का आयोजन किया; यह ताज होटल में अंतिम शेष हमलावरों की मौत के साथ समाप्त कर दिया।

जिंदा पकड़ाया था आतंकी कसाब

ऑपरेशन के दौरान जिंदा पकड़ाए आतंकी अजमल कसाब ने खुलासा किया था कि हमलावर अन्य लोगों के बीच लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे।

भारत सरकार ने कहा कि हमलावर पाकिस्तान से आए और उनके नियंत्रक पाकिस्तान में थे। 7 जनवरी 2009 को, पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि की कि हमलों का एकमात्र जीवित अपराधी पाकिस्तानी नागरिक था।

 

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