अब बगैर वॉर्नर-स्मिथ कमजोर होगी ऑस्ट्रेलिया, भारत के पास है बेहतर मौका

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बॉल टेंपरिंग में दोषी पाए गए स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर एक साल का प्रतिबंध लगा दिया, जिससे वे इस साल आईपीएल से बाहर हो गए. जबकि केमरन बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया गया है. यह सभी खिलाड़ी अपने-अपने बैन की समय सीमा में इंटरनेशनल और डोमेस्टिक क्रिकेट से दूर रहेंगे.

अब बगैर वॉर्नर-स्मिथ कमजोर होगी ऑस्ट्रेलिया, भारत के पास है बेहतर मौकाये तीनों बैन के कारण इस साल भारत के खिलाफ नवंबर-दिसंबर में होने वाली सीरीज से भी बाहर रहेंगे. जब विराट कोहली की टीम ऑस्ट्रेलिया की धरती पर चार टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेलेगी.

भारत के पास इतिहास रचने का मौका होगा

आपको बता दें कि टीम इंडिया 71 साल से ऑस्ट्रेलिया में कभी भी टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब नहीं रही है. ऐसे में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे दो टॉप खिलाड़ियों के बैन के कारण भारत के पास ऑस्ट्रेलिया की धरती पर इतिहास रचने का मौका होगा.

साल 2014 में जब टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तब स्टीव स्मिथ भारत के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हुए थे, उन्होंने चार टेस्ट मैचों की इस सीरीज में 769 रन बनाए थे. भारत के खिलाफ टेस्ट में बेहतरीन रिकॉर्ड रखने वाले स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर का बैन टीम इंडिया के लिए तोहफा साबित हो सकता है.   

स्मिथ-वॉर्नर पर इसलिए गिरी गाज

सीए के अनुसार स्मिथ और वॉर्नर के अलावा बेनक्रॉफ्ट को बॉल टेंपरिंग मामले में आचार संहिता के अनुच्छेद 2.3.5 का दोषी पाया गया है. क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने बयान में कहा,‘स्टीव स्मिथ: बारह महीने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट पर प्रतिबंध. डेविड वॉर्नर: सभी तरह के अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट पर 12 महीने का प्रतिबंध. केमरन बेनक्रॉफ्ट: सभी तरह के अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट पर नौ महीने का प्रतिबंध.’

सभी तीन खिलाड़ियों को क्रिकेट समुदाय से संपर्क बरकरार रखने के लिए क्लब क्रिकेट खेलने की अनुमति होगी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आचार संहिता के तहत स्मिथ को इस बात का दोषी पाया गया कि उसे कृत्रिम तरीके से गेंद की दशा बदलने की योजना की पहले से जानकारी थी और उसने इसे रोकने के लिये कुछ नहीं किया. स्मिथ पर मैच अधिकारियों और अन्य को गुमराह करने की कोशिश करने का भी आरोप है.

क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने कहा कि स्मिथ और बेनक्रॉफ्ट के नाम पर सजा खत्म होने के बाद भी एक साल तक कप्तानी के लिए विचार नहीं किया जाएगा जबकि वॉर्नर को कभी कप्तान नहीं बनाया जाएगा.

Back to top button