रात में हुआ स्टिंग, 15 क्रेशर सील, 50 करोड़ का माल जब्त

ग्वालियर। पर्यावरण एनओसी न होने के कारण बंद पड़े क्रेशर अवैध उत्खनन कर रहे थे। मउ-जमाहर और शंकरपुर में ऐसे 15 क्रेशर सामने आए जो दिन में दिखावे के लिए बंद और रात में करोड़ों का माल निकाल रहे थे। कलेक्टर राहुल जैन को गोपनीय सूचना मिली जिसके आधार पर उन्होंने माइनिंग ऑफिसर को आधी रात पड़ताल करने के निर्देश दिए।रात में हुआ स्टिंग, 15 क्रेशर सील, 50 करोड़ का माल जब्त

कलेक्टर के स्टिंग में रात में क्रेशरों पर धड़ल्ले से काम-काज होता मिला जिसके बाद कार्रवाई की रणनीति बनाई गई। ग्वालियर सिटी सर्किल एसडीएम दीपशिखा भगत के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन की टीम बनाकर मंगलवार को तीन थानों के फोर्स के साथ दोनों जगह कुल 15 क्रेशर सील कर दिए गए। मउ-जमाहर के क्रेशर संचालकों ने तीन माह माल उठाने की अनुमति मांगी थी लेकिन माल उठाने के बाद उन्होंने अवैध संचालन शुरू कर दिया था। क्रेशर सहित डीजी सेट और माल की कुल कीमत 50 करोड़ आंकी गई है जिसे जब्त कर लिया गया है।

एसडीएम दीपशिखा भगत ने बताया कि जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि मउ-जमाहर में 11 और शंकरपुर में 4 क्रेशरों को अवैध रूप से चलाया जा रहा है। पर्यावरण एनओसी न होने के कारण इन क्रेशरों को बंद किया जा चुका था इसके बाद भी संचालित होने की पुष्टि होने पर माइनिंग ऑफिसर मनीष पालेवार व उनकी टीम, महाराजपुरा, बहोड़ापुर और पुरानी छावनी थाने के फोर्स के साथ कार्रवाई की गई। सभी क्रेशरों को मय मशीन-वाहन सील किया गया है। अब प्रकरण बनाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अफसरों व फोर्स को देख मचा हड़कंप-

मउ-जमाहर और शंकरपुर में अचानक से पुलिस फोर्स और अधिकारियों को देख क्रेशर स्टाफ में हड़कंप मच गया। स्टाफ के लोग मौके से भागने लगे,पुलिस ने पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वे भाग गए। कई हाइटेक वाहन और मशीनें भी मिलीं जिनसे उत्खनन का कार्य किया जाता था।

इनके सील हुए क्रेशर-

-कमला स्टोन,बृजेश शर्मा

-ओरिएंटल स्टोन क्रेशर

-श्रीराम स्टोन,रामनिवास शर्मा

-बल्लू जैन स्टोन क्रेशन,संजय जैन

-श्रेयदीप स्टोन क्रेशर,कुलदीप गौर

-राजेंद्र गर्ग, अमन स्टोन क्रेशर

-डोगर सिंह स्टोन क्रेशर

-पुल्लू लोधी स्टोन क्रेशर

-गुदड़ा लोधी स्टोन क्रेशर

-लक्ष्मीनारायण शर्मा स्टोन क्रेशर

-गिरिराज परमार स्टोन क्रेशर

गुपचुप कैसे चलते रहे क्रेशर-

शताब्दीपुरम क्षेत्र में रातोंरात क्रेशर चलते रहे और न विभाग को खबर लगी और न पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को पता चला। स्थानीय लोग पहले भी इन क्रेशरों को लेकर शिकायत कर चुके थे। खासबात यह कि पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का ऑफिस भी दीनदयाल नगर में ही है जो शताब्दीपुरम के पास है।

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