राष्ट्रीय युवा दिवस: जानें स्वामी विवेकानंद की ऐसी बातें जो युवाओं को देती हैं प्रेरणा

आज, 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस है। प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म-दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। विश्व भर में सर्वाधिक प्रसिद्ध दार्शनिकों एवं माँक में से एक स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। भारत सरकार द्वारा वर्ष 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाये जाने की घोषणा यह कहते हुए की गयी थी कि स्वामी विवेकानंद के विचारों एवं आदर्शों को युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इसके बाद वर्ष 1985 से हर वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर मनाया जाता है।

आज, राष्ट्रीय युवा दिवस 2021 के दिन आइए जानते हैं स्वामी विवेकानंद के बारे में ऐसी बातों को जानते हैं जो कि युवाओं के लिए आज भी प्रेरणास्रोत हैं। स्वामी विवेकानंद हर बच्चे में आशा की किरण देखते थे जो कि राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकता है। उन्होंने युवाओं के सामर्थ्य के सही इस्तेमाल पर अत्यधिक बल देते थे। शिक्षा एवं शांति के साथ स्वामी विवेकानंद में सम्पूर्ण विश्व के युवाओं को प्रभावित किया और युवाओ को प्रेरित किया कि वे अपना कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और जो भी वो पाना चाहते हैं उसके लिए प्रयास करके उसे प्राप्त करें। स्वामी विवेकानंद ने राष्ट्र के निर्माण में शिक्षा के महत्व को लेकर कहते थे कि युवाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा एक मूल साधन है।

दर्शनशास्र् , धर्म, साहित्य, वेद, पुराण और उपनिषद की बेहद अच्छी जानकारी रखने वाले समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरू, स्वामी विवेकानंद की कई ऐसे वक्तव्य हैं जो कि आज के युवाओं को प्रेरणा देते हैं, आइए इनमें से कुछ को जानते हैं।

उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।

मेरे साहसी युवाओं, यह विश्वास रखो कि तुम ही सब कुछ हो – महान कार्य करने के लिए इस धरती पर आए हो। चाहे वज्र भी गिरे, तो भी निडर हो खड़े हो जाना और कार्य में लग जाना। साहसी बनो।

जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।

जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो।सोचो, तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।

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