नाखून भी खोलते हैं आपकी सेहत के राज, ऐसे जानें…

 क्या आप जानते हैं कि आपके नाखून आपकी पूरी सेहत का राज बयां कर सकते हैं? कभी आपने गौर किया है कि नाखूनों का रंग सिर्फ सफेद नहीं होता, बल्कि ये भी रंग बदलता भी हैं। खूबसूरत और सफेद नाखून सभी को अच्छे लगते हैं लेकिन अगर ये सफेद नहीं रह कर रंग बदल रहे हैं तो ये आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। नाखूनों का बदलता रंग आपकी बॉडी में मौजूद बीमारियों का संकेत देता है। दुनियाभर में हुए कुछ शोधों के अनुसार यह तथ्य प्रमाणित हो चुका है कि विभिन्न बीमारियों में नाखूनों का रंग बदल जाता है। यकृत, फेफड़े और हृदय में समस्याएं आपके नाखूनों में दिखाई दे सकती हैं, जानिए नाखूनों से कैसे मिलता है स्वास्थ्य का संकेत।
पेल नाखून: बहुत हल्के नाखून कभी-कभी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते हैं, जैसे अनिमिया, दिल का दौरा, जिगर की बीमारी और कुपोषण के संकेत देते है।

पीले नाखून: पीले नाखूनों का सबसे आम कारणों में से एक फंगल संक्रमण है। नाखूनों में संक्रमण के अधिक होने पर नाखून मोटा हो सकता है साथ ही उखड़ भी सकता है। दुर्लभ मामलों में, पीले नाखून अधिक गंभीर स्थिति का संकेत कर सकते हैं जैसे गंभीर थायराइड रोग, फेफड़े की बीमारी, मधुमेह या सोरायसिस।
सफेद नाखून: यदि नाखून ज्यादातर गहरे रंग के रिम के साथ सफेद होते हैं, तो यह लीवर की समस्या जैसे हेपेटाइटिस का संकेत दे सकते हैं।

नीले रंग का नाखून: नीले रंग के साथ नाखून का मतलब है कि शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। यह फेफड़ों की समस्या का संकेत दे सकते हैं। कुछ दिल की समस्याओं को नीले नाखूनों के साथ जोड़ा जा सकता है।
क्रैक नाखून: सूखे हुए क्रेक नाखूनों को थायरॉयड रोग से जोड़ा गया है।

उभरे हुए नाखून: यदि नाखून के आस-पास की त्वचा लाल और फूली हुई दिखाई देती है, इस स्थिति में नाखून असाधारण ढंग से ऊपर की और उठ जाता है और उंगली के सिरों के चारों ओर मुड़ जाता है। इस तरह के नाखूनों से आपको किडनी से संबंधित बीमारी हो सकती है। ये विटामिन ए और प्रोटीन की कमी को भी दर्शाते हैं।

Back to top button