MURDER: दबंग ने पुजारी के दोनों हाथ काटे, भीड़ ने नहीं बचाई जान

a199-300x233इंदौर, 23 अक्‍टूबर. इंदौर के नीमच के पास मनासा के मेरियाखेड़ी में बुधवार रात करणीमाता के मंदिर में महा अष्टमी के हवन के समय एक दबंग ने धारदार हथियार से पुजारी के दोनों हाथ काट दिए। घटना के समय मंदिर में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन पुजारी की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। इस दौरान पूरे मंदिर में खून ही खून फैल गया। बाद में पुजारी के परिवारवाले उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।

मेरियाखेड़ी में करणीमाता का एक प्राचीन मंदिर है। बुधवार रात आठ बजे के आसपास मंदिर के पुजारी रवींद्र पिता रामनाथ पांडे (65) हवन करने के लिए अपने गांव चचौर से आए थे। वे हवन करने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान यहीं का दबंग भंवर सिंह तलवार लेकर मंदिर में दाखिल हुआ और उनसे झगड़ा करने लगा। वे कुछ कह पाते इससे पहले ही उसने तलवार से पुजारी के दाहिने हाथ पर वार किया, जिससे उनका पंजा कटकर जमीन पर जा गिरा। फिर उसने दूसरा वार दूसरे हाथ पर किया, जिससे उनकी उंगलियां कट कर दूर जा गिरी। घटना के बाद पूरा मंदिर परिसर में खून से सन गया। आरोपी भंवर सिंह हमले के बाद वहां से भाग निकला। करीब दो घंटे तक खून से लथपथ पुजारी मंदिर के भीतर ही तड़पते रहे। वे दर्द से कराहते रहे और मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन उनकी मदद को कोई आगे नहीं आया। सूचना पर उनका परिवार मौके पर पहुंचा और उन्हें मनासा के सरकारी अस्पताल ले गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

क्या था विवाद?
रवींद्र पांडे का परिवार सालों से मेरियाखेड़ी में माता की पूजा करता आ रहा था। उन्हें करीब दो बीघा जमीन मेरियाखेड़ी में मिली थी। भंवर सिंह पिता नाथूसिंह ने इस जमीन पर कब्जा कर लिया था। इसे लेकर पुजारी परिवार के साथ कई सालों ने उसका विवाद चल रहा था। इस दौरान पुजारी परिवार ने कई बार पुलिस को मामले में शिकायत भी दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।

सूचना के बाद भी नहीं पहुंची पुलिस
पुजारी पर हमले की सूचना करीब 9 बजे कुकड़ेश्वर पुलिस को दे दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने मौके पर पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। वह सीधे मनासा के सरकारी अस्पताल पहुंची। तब तक पुजारी की मौत हो चुकी थी।

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