पीएम मोदी ने विदेशों में काम कर रहे भारतीयों को दिया ये बड़ा तोहफा, अब विदेशों में भी मिलेगा…

विदेशों में काम कर रहे भारतीयों के लिए खुशखबरी है। मोदी सरकार ने विदेशों में काम कर रहे भारतीयों को भी EPFO का बैनिफिट देने का एलान किया है। जानकारी के मुताबिक, लोगों को उस देश की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे से बचाने के लिए ऐसा किया है, ताकि भारतीयों का पैसा विदेशों में ना फंसे। विदेशी सामाजिक सुरक्षा योजना के बजाए भारतीय वहां पर भी EPFO का फायदा उठा सकेंगे। पीएम मोदी

EPFO कमिश्नर वी पी जॉय ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक ऑनलाइन सुविधा की शुरुआत की गयी है। जॉय का कहना है कि यह योजना भारतीय कामगारों को उनके काम के देश की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से बचाती है। इसके साथ ही यह रोजगार प्रदाताओं को समाजिक सुरक्षा योजनाओं में दोहरा पैसा लगाने से भी बचाती है। उन्होंने बताया कि EPFO ने इसके लिए 18 देशों के साथ समझौता किया है।

वी.पी. रॉय ने बताया कि उन्होंने पूरी प्रक्रिया को कर्मचारियों के अनुकूल बना दिया है। विदेश में काम करने जा रहे कामगार कवरेज का प्रमाणपत्र पा सकते हैं। वे प्रमाणपत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और साथ ही ऑनलाइन ही इसे हासिल भी कर सकते हैं। इसके लिए EPFO की वेबसाइट पर एक पेज का सरल आवेदन पत्र मौजूद है। जॉय ने बताया कि यह योजना सीमित समय के लिए विदेश काम करने जा रहे लोगों के लिए बड़ी मदद है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब उनका पैसा लंबे समय तक बाहर फंसा हुआ नहीं रहेगा । 

बता दें कि भारत ने बेल्जियम, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, डेनमार्क, दक्षिण कोरिया, लग्जमबर्ग, नीदरलैंड, हंगरी, फिनलैंड, स्वीडन, चेक गणराज्य, नॉर्वे, ऑस्ट्रिया, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान और पुर्तगाल जैसे देशों के साथ सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के संबंध में अनुबंध किया है। EPFO विश्व की सबसे बड़ी सामाजिक सुरक्षा प्रदाता संस्था है। यह 9.26 लाख से अधिक कंपनियों को कवर करती है तथा इसके 4.5 करोड़ से अधिक सदस्य हैं। यह हर महीने 60.32 लाख लोगों को पेंशन देती है।

 

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