मंत्री स्वामी प्रसाद ने जिन्ना को बताया महापुरुष

उत्तर प्रदेश सरकार में श्रम एवं नियोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को भारत का महापुरुष बताया है। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रसंघ कार्यालय में जिन्ना की तस्वीर को हटाने के लिए कुलपति को पत्र लिखने वाले भाजपा सांसद सतीश गौतम की मांग को बकवास भरी मांग करार दिया है।

मंत्री स्वामी प्रसाद ने जिन्ना को बताया महापुरुष

मौर्य ने कहा, महापुरुषों के बारे में अनर्गल बयान देने वाले नेता चाहे, उनकी पार्टी के हों या दूसरे दलों के, वह उनकी निंदा करते हैं। मंत्री को जब ध्यान दिलाया गया कि जिन्ना तो पाकिस्तान के संस्थापक हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि जिन्ना भारत के भी महापुरुष हैं। इस बीच, देवबंद के उलमा ने कहा है कि तस्वीर से यदि विवाद हो रहा है तो इसे हटा देने में कोई हर्ज नहीं है। वहीं हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर अगर देश के किसी भी स्थान या संस्थान में लगी है तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए। विज ने आगे कहा कि जिन्ना भारत के दुश्मन थे। 

श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा जिन्ना को महापुरुष बताये जाने पर एटा से भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने मौर्य को बीजेपी से निकालने की मांग की। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को बताया देश द्रोहियों का अड्डा।

सांसद ने सुर्खियां बटोरने को लिया जिन्ना के नाम का सहारा : जसीम

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर भाजपा सांसद सतीश गौतम द्वारा कुलपति प्रो. तारिक मंसूर को लिखे पत्र के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। एएमयू के पूर्व मीडिया सलाहकार डॉ. जसीम मोहम्मद ने सांसद गौतम को खुला पत्र लिखा है। कहा कि सांसद ने सुर्खियां बटोरने को जिन्ना के नाम का सहारा लिया। पत्र में सांसद की तीखी आलोचना भी की गई है। 

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डॉ. जसीम ने कहा है कि आपने कुलपति प्रो. तारिक मंसूर से छात्रसंघ भवन में पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगने के औचित्य पर सवाल किया है। आज से पहले भी ऐसे सवाल उठते रहे हैं। एएमयू ने हालांकि अभी पत्र न मिलने की बात कही है। डॉ. जसीम ने चुटकी लेते हुए कहा है कि कोई बात नहीं है, आप सांसद हैं और आपने पहले ही ये बात मीडिया को बता दी होगी।

एक सभ्य नेता को सुर्खियों की जरूरत भी होती है। आप एएमयू कोर्ट के सदस्य हैं। चार साल के दौरान आपको सभ्य तरीके से कोर्ट की बैठक में जिन्ना की तस्वीर या जो आपको लगता है प्रश्न रखने चाहिए थे, लेकिन आपने ऐसा नहीं किया। अब आप सस्ती लोकप्रियता और अखबारबाजी के लिए ये सब कर रहे हैं। पत्र में लिखा है कि आप ऐसा कोई काम न करें, जिससे सांप्रदायिक सद्भाव को ठेस पहुंचे। पाकिस्तान की स्थापना की मंत्रणा अलीगढ़ में हुई है, इसको आप मिटा नहीं सकते। 

एएमयू से हटा देनी चाहिए जिन्ना की तस्वीर : उलमा

सहारनपुर : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन में लगी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर सियासी घमासान है। देवबंद के उलमा ने भी फोटो लगाए जाने पर एतराज जताया है। भाजपा सांसद सतीश गौतम ने विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर पूछा है कि छात्रसंघ भवन में जिन्ना की तस्वीर क्यों लगाई गई है। उलमा की राय है कि तस्वीर से यदि विवाद हो रहा है तो इसे हटा देने में कोई हर्ज नहीं है। मदरसा मोहतमिम नूनाबड़ी मुफ्ती अथर कासमी ने कहा कि जिस समय जिन्ना ने बंटवारे की बात उठाई थी तो उलमा ने इसका विरोध किया था। उनका कहना है कि जब भारत के मुसलमान ही जिन्ना को पसंद नहीं करते तो उनकी तस्वीर को कैसे पसंद करेंगे। कहा कि यदि तस्वीर लगाने को लेकर विश्वविद्यालय में विवाद हो रहा है, तो इसे हटा देना चाहिए।

 
 
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