इन मंत्रों के जप से करें भगवान श्रीराम को प्रसन्न

ज्योतिषीय गणना के अनुसार 17 अप्रैल को राम नवमी है। यह पर्व देशभर में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य पर देशभर में भगवान राम की झांकी निकाली जाती है। साथ ही मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। शास्त्रों में निहित है कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का अवतरण भूलोक पर हुआ था। अतः हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के अगले दिन राम नवमी मनाई जाती है।

धार्मिक मत है कि भगवान श्रीराम, जो जगत के पालनहार भगवान विष्णु के अवतार हैं, उनकी पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही भगवान श्रीराम की कृपा से व्यक्ति को विशेष कार्य में प्रवीणता हासिल होती है। अगर आप भी भगवान श्रीराम की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो राम नवमी पर विधि-विधान से मर्यादा पुरुषोत्तम की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय निम्न मंत्रों का जप करें।

राम ध्यान मंत्र

ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम,

लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम !

श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे,

रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः !

राम गायत्री मंत्र

ॐ दाशरथये विद्महे जानकी वल्लभाय धी महि तन्नो रामः प्रचोदयात् ॥

राम मूल मंत्र

ॐ ह्रां ह्रीं रां रामाय नमः॥

सौभाग्य और सुख प्राप्ति हेतु मंत्र

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।

सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।

तारक मंत्र

श्री राम, जय राम, जय जय राम !!

‘श्री राम जय राम जय जय राम’।

राम राम राम राम नाम तारकम्राम

कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम्

जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् ॥

शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम्

शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम् ॥

राम राम राम राम नाम तारकम्राम

कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम्

वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम् ॥

आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम्

आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम् ॥

राम राम राम राम नाम तारकम्राम

कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

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