मई का महिना बना काल अब शनिवार, को दर्जन भर दुर्घटनाओं में हुई 16 मौत

कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच में शनिवार बड़ी आफत बनकर आया। प्रवासी कामगार तथा श्रमिकों के प्रदेश में लौटने का क्रम जारी है।

राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन प्रवासी मजदूरों के लिए मुश्किलों का सबब बन गया है। इसी में उनके वाहन बड़ी संख्या में दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। लंबे रास्तों का सफर खुद तय करने निकले प्रवासी मजदूर बड़े पैमाने पर सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं।

सूबे के औरैया में जहां 25 लोगों ने दम तोड़ा वहीं उन्नाव व अलीगढ़ में दो-दो लोगों की मौत हो गई। मध्य प्रदेश से गोरखपुर आ रहा ट्रक भी छतरपुर में दुर्घटनाग्रस्त होने से पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों घायल हैं।

औरैया हादसे के बाद उन्नाव में भी बड़ा हादसा हो गया। बिहार के दरभंगा लौट रहे प्रवासी श्रमिक दम्पत्ति की लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर एक दुर्घटना में मौत हो गई।

इनका छह वर्ष का बेटा जीवित बचा है। उन्नाव के कोतवाली क्षेत्र बांगरमऊ के भवानी खेड़ा गांव के पास 236 किमी पर हरियाणा के बहादुरगढ़ से अशोक चौधरी पुत्र रमेश पत्नी छोटी और बेटा कृष्णा (6) के साथ अपने ऑटो से मकनपुर थाना बहेड़ा दरभंगा जा रहे थे।

ऑटो का रास्ते में पेट्रोल खत्म होने के कारण रुककर पेट्रोल डाल रहे थे। तभी तेज रफ्तार पिकअप लोडर ने पीछे से टक्कर मार दी। जिससे दंपती की मौत हो गई जबकि सड़क से हटकर लघुशंका कर रहा कृष्णा बच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

अलीगढ़ के गभाना हाईवे पर भरतरी गांव के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से ककरई गांव निवासी 28 वर्षीय अनिल कुमार पुत्र खानचंद व उनकी मां 55 वर्षीय शीला देवी की मौत हो गई। जबकि साला खुर्जा के नयागंज निवासी सचिन शर्मा घायल हुए हैं। तीनों खुर्जा जा रहे थे।

इटावा में दिल्ली और हरियाणा से बिहार मजदूरों को लेकर जा रही डीसीएम एक ट्रक से भिड़ गई। जिसमें चालक व परिचालक सहित सात लोग घायल हो गए। इनमें गंभीर रूप से घायलों को सैफई अस्पताल में भेजा गया है।

डीसीएम में 60 मजदूर थे। इसमें से सभी को रोडवेज की बस से बिहार सीमा पर भेजा गया। हरियाणा के बहादुरगढ और दिल्ली के उत्तम नगर से बिहार के सोनपुर छपरा और मुजफ्फरपुर के लिए शुक्रवार की रात 60 मजदूर डीसीएम संख्या एचआर 69 डी 4058 से निकले थे।

इस दौरान ही आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस वे के चैनेज संख्या 126 थाना ऊसराहार क्षेत्र के गांव कौवा के सामने पहुंचने पर चालक को नींद आ जाने से वह सामने जा रहे ट्रक से भिड़ गई।

इस भिड़त के होते ही डीसीएम में सवार मजदूरों में कोहराम मच गया। सूचना पर यूपीडा की एम्बुलेंस से गंभीर रूप से घायल चालक अवधेश पुत्र देवेन्द्र मिश्रा, परिचालक मिथलेश झा पुत्र बैद्यनाथ झा निवास थाना अरैर मधुबनी विहार को सैफई अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया।

अन्य घायल महेश राज पुत्र शिवदयाल, छोटेलाल, दसई पुत्र जदुनंदन, राजेश पुत्र राजकिशोर को प्राथमिक उपचार के बाद रोडवेज की दो बसों से उत्तर प्रदेश की सीमा बलिया तक भेज दिया गया।

दुर्घटना के बाद आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के लखनऊ तक जाने वाले मार्ग पर आधे घंटे तक वाहनों को रोककर राहत एवं वचाव कार्य चलाया गया मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह एसडीएम ताखा नंद प्रकाश मौर्य क्षेत्राधिकारी आलोक प्रसाद थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रताप भी पहुंचे।

इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी ताखा नंद प्रकाश मौर्य ने बताया कि सभी मजदूरों को उत्तर प्रदेश की सीमा तक पहुंचाया जाएगा।

महाराष्ट्र से अपने घरों की वापसी में लगे उत्तर प्रदेश के लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। सागर-कानपुर हाईवे पर दो सड़क हादसे हुए। इनमें एक आयशर ट्रक पलटने से छह की मौत हो गई और डेढ़ दर्जन सवारी घायल हो गई। दूसरी घटना में एक पिकअप वाहन पलटा, जिसमें 20 श्रमिकों को मामूली चोटें आई।

सागर-कानपुर हाईवे परसेमरा पुल के पास निवार घाटी पर पहली दुर्घटना हुई। पालीथिन-कपड़े के बंडल से भरे आयशर ट्रक पर बैठकर मजदूर आ रहे थे। इसी बीच यह ट्रक पलट गया।

इसमें सात की मौत हो गई। डेढ़ दर्जन से अधिक मजदूर घायल हो गए। यह हादसा सागर जिले से सटे छतरपुर जिले के बकस्वाहा थाना क्षेत्र में हुआ। पुलिस ने बताया कि ट्रक महाराष्ट्र से कपड़ा लेकर यूपी के सिद्धार्थ नगर नई बस्ती जा रहा था। इस ट्रक हादसे में छह मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई तो वही एक मजदूर महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

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