कई वजहों से Puffy Eyes का शिकार हो जाते हैं लोग
इन दिनों लोगों की लाइफस्टाइल काफी ज्यादा बदल चुकी है। खानपान से लेकर सोने तक की आदतों में बदलाव होन लगा है। ऐसे में अलग-अलग तरह की समस्याएं लोगों को अपना शिकार बना लेती हैं। Puffy Eyes इन्हीं समस्याओं में से एक है जो कई वजहों से होती है। ऐसे में कुछ नेचुरल उपायों की मदद से इससे राहत पाई जा सकती है।
स्ट्रेस, शराब, अनहेल्दी खानपान और इन एक्टिव लाइफस्टाइल के कारण शरीर कमजोर होता है। इसका सिग्नल हमारा शरीर खुद देने लगता है। आंखों का सूजना जिसे पफी आइज़ या अंडर आई बैग भी कहते हैं, इन्हीं सिग्नल में से एक है। ज्यादा रोने के कारण या नींद पूरी न होने के कारण भी पफी आइज की समस्या हो सकती है।
हालांकि, आंसू एक हद तक आंखों को फ्लश करता है और इससे ड्राइनेस कम होती है, लेकिन भावनात्मक रूप से ज्यादा रोने के कारण ये आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और आंखों के नीचे सूजन हो सकती हैं, जिसे पफी आइज कहते हैं। इसे कम करने के लिए कई कारगर तरीके अपनाए जाते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
धनिया का पानी पिएं
धनिया के बीज को रात में पानी में भिगो दें। सुबह इस पानी को छान कर पी लें। इससे शरीर से एक्स्ट्रा सोडियम निकलता है, जिससे वॉटर रिटेंशन की समस्या से छुटकारा मिलता है और पफी आइज ठीक होती हैं।
चुकंदर का जूस पिएं
ये स्किन को नई ऊर्जा से भर देता है। ब्लोटिंग और आंखों के आसपास मौजूद वॉटर को कम करता है, जिससे पफी आइज कम होती हैं।
स्पिरुलिना वॉटर
ये पानी आंखों के आसपास मौजूद बेहद सूक्ष्म बनावट को मजबूत बनाता है, जिससे ये पफी आइज का कारण बनने वाले एक्स्ट्रा ऊपरी पानी को सोख कर पफी आइज ठीक करता है।
हल्दी आई मास्क
एक कटोरी में छाछ लें और इसमें हल्दी मिला कर एक आई मास्क तैयार करें। आंखों के नीचे इसे लगा कर 15 मिनट बाद साफ कॉटन से पोंछ लें और चेहरा धो लें। हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन आंखों के नीचे मौजूद काले घेरे कम करता है और छाछ में मौजूद लैक्टिक एसिड एक्सफोलिएट कर के डेड स्किन सेल निकालता है, जिससे पफी आइज से राहत मिलती है।
टी बैग
टी बैग को फ्रीजर में रख कर ठंडा कर लें और फिर इस टी बैग को आंखों पर 15 मिनट के लिए रखें। इससे भी पफी आइज से बहुत जल्दी राहत मिलती है।
मसाज
पफी आइज के लिए आई मसाज और स्ट्रोक किए जाते हैं, जिसके लिए आई रोलर भी मार्केट में उपलब्ध हैं। ये डार्क सर्कल भी कम करते हैं।