ममता दीदी 2022 में जनता आपको बंगाल में राजनीतिक शरणार्थी बनाने वाली है: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार और ओडिशा के बाद आज पश्चिम बंगाल जन संवाद रैली को संबोधित कर रहे हैं. ये तमाम रैली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दिल्ली से ही की जा रही हैं.

अपने भाषण में अमित शाह ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सीएए, राजनीतिक हिंसा और केंद्र की योजनाएं लागू न करने जैसे कई अहम मुद्दों पर घेरा. साथ ही अमित शाह ने ममता बनर्जी की सत्ता खिसकने का भी आह्वान किया.

– बंगाल सरकार पर केंद्र की योजनाएं लागू न करने का आरोप लगाते हुये अमित शाह ने ममता बनर्जी को चुनौती दी और कहा कि ये राजनीति की चीज नहीं है, राजनीतिक के कई और मैदान हैं आप मैदान तय कर लो, दो-दो हाथ जाए. शाह ने कहा कि बंगाल में सत्ता बदलेगी और शपथ के एक मिनट के अंदर आयुष्मान भारत योजना बंगाल में लागू हो जायेगी.

– वर्चुअल रैली पर अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी आप बंगाल की जनता से संवाद करने से आप रोक नहीं सकती हैं. आप रोड और रैली रोक सकती हैं, लेकिन परिवर्तन को नहीं रोक सकती हैं.

– अमित शाह ने कहा कि हम अपनी सरकार का हिसाब दे रहे हैं, ममता जी आप भी 10 साल का हिसाब बताइये, लेकिन बम धमाकों और बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत का आंकड़ा मत बताइयेगा.

– जब सीएए आया तो ममता जी का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था. मैंने इतना गुस्सा कभी किसी पर नहीं देखा. ममता जी आप सीएए का विरोध कर रही हैं.

शाह ने ममता बनर्जी से पूछा कि नामशूद्र और मतुआ समाज से आपको क्या दिक्कत है. सीएए का विरोध आपको बहुत महंगा पड़ेगा, जब मतपेटी खुलेंगी तो जनता आपको राजनीतिक शरणार्थी बनाने वाली है.- हमने प्रवासी मजदूरों के लिये जो ट्रेन चलाई उन्हें श्रमिक ट्रेन नाम दिया, लेकिन ममता बनर्जी ने इन ट्रेन को कोरोना एक्सप्रेस बोलकर मजदूरों का अपमान किया. शाह ने कहा कि मजदूरों की यही गाड़ी आपको बाहर करेगी.

– जनधन खाते खोलने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुये अमित शाह ने कहा कि आज इस मुश्किल वक्त में 51 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपये डाला गया है.

– मोदी जी 2014 में देश के प्रधानमंत्री बनें और 2019 में फिर से जनादेश प्राप्त किया और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष समाप्त हुआ है. ये 6 साल भारत को हर तरीके से आगे बढ़ाने के 6 साल रहे हैं. ये 6 साल भारत की समस्याओं का समाधान करने के रहे हैं.

– जब जन सम्पर्क और जन संवाद का इतिहास लिखा जाएगा तो नड्डा जी के नेतृत्व में भाजपा द्वारा किया गया वर्चुअल रैली का ये प्रयोग एक विशेष अध्याय के रूप में लिखा जाएगा.

– मैं बंगाल की जनता को ये कहना चाहता हूं कि भले ही भाजपा को 303 सीटें देशभर से मिली हैं,

लेकिन मेरे जैसे कार्यकर्ता के लिए सबसे महत्वपूर्ण है बंगाल की 18 सीटों पर मिली विजय.

-कोविड और अम्फान के कारण जिन लोगों की जान गई है, उन सभी की आत्मा की शांति के लिये मैं प्रार्थन करता हूं.

-2014 से 100 से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं ने संघर्ष करते हुये अपनी जान गंवाई है. मैं उनके परिवारों को सलाम करना चाहता हूं. जब भी बंगाल के अंदर परिवर्तन का इतिहास लिखा जायेगा, इन कार्यकर्ताओं का नाम लिखा जायेगा.

गौरतलब है कि बंगाल में बीजेपी के सामने टीएमसी नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं, जो विपक्षी नेता के रूप में तमाम बड़े मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ खड़ी नजर आती हैं. इतना ही नहीं, सरकार को सीधे तौर पर चुनौती भी देती हैं.

कई मौकों पर केंद्र सरकार से उनका टकराव सामने आ चुका है. कोरोना काल में भी ममता सरकार और केंद्र सरकार की टीम के बीच मरीजों की संख्या और मौत के आंकड़ों पर जमकर घमासान हुआ. राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में यहां राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं.

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