पिछले करीब तीन महीने से बूथ और सेक्टर लेवल पर संगठन को मजबूत करने में जुटी पार्टी प्रत्याशियों की खोज भी साथ-साथ कर रही थी। बसपा ने लोकसभा क्षेत्र में ऐसी सीटों पर प्रत्याशियों का नाम सूची में दर्ज कर लिया है, जहां पर पिछले लोकसभा चुनाव के अनुसार बसपा का रिकार्ड विपक्ष की दूसरी पार्टियों से बेहतर रहा है। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि बसपा महागठबंधन में सहयोगी बनती भी है तो सूचीबद्ध किए गए प्रत्याशियों का नाम बरकरार रखने की कोशिश की जाएगी।
अकबरपुर, इटावा, फर्रुखाबाद, औरैया, हमीरपुर जैसी कई सीटों के लिए 15 दिन पहले ही प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि अक्तूबर के दूसरे सप्ताह तक पार्टी प्रत्याशियों के नाम भी घोेषित कर सकती है। दो दिन पहले महानगर में पार्टी की मंडलीय समीक्षा बैठक में आए जोनल प्रमुख भीमराव अंबेदकर ने बताया कि पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से लगी है। महागठबंधन का हिस्सा बनना है या नहीं इस पर फैसला पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष का है।