लेस्बियन कपल ने कर डाला ये शर्मनाक काण्ड, फिर खुद दे डाली जान
अहमदाबाद में एक लेस्बियन कपल ने 3 साल की बच्ची को साबरमती नदी में फेंकने के बाद खुद आत्महत्या कर ली. बच्ची दोनों में से किसी एक महिला की थी. पुलिस ने बताया कि एक महिला ने लिप्स्टिक से एक पत्थर पर सुसाइड नोट लिखा है, जो एलिस ब्रिज पर मिला. इसी ब्रिज से दोनों महिलाएं नदी में कूदीं. साबरमती रिवरफ्रंट (पश्चिम) पुलिस स्टेशन ने आईपीसी की धारा 302 और धारा 114 के तहत मामला दर्ज किया है. सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि उनके जान देने का कारण सामाजिक बंधन है. इस रिलेशनशिप में आने के बाद उनके लिए साथ रहना मुश्किल हो रहा था. सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि वे मरने के बाद एक हो जाएंगी लेकिन दुनिया उनके रिलेशनशिप को नहीं समझी. इसीलिए उन्हें साथ जीने नहीं दिया.
समलैंगिक संबंधों का खुलासा सुसाइड नोट से हुआ
पुलिस इंस्पेक्टर एमएस सिंह ने बताया कि दोनों महिलाओं के शवों को गोताखोरों की मदद से बाहर निकाल लिया गया है. उनके समलैंगिक संबंधों का खुलासा सुसाइड नोट से हुआ है. उन्होंने बताया कि एक महिला शादीशुदा थी और उसकी एक 3 साल की बच्ची भी थी. उसने पहले बच्ची को नदी में फेंका, फिर दोनों ने एक-दूसरे को एक दुपट्टे से बांध लिया और नदी में कूद गईं. उनकी पहचान 30 वर्षीय आशा ठाकुर, 28 वर्षीय भावना ठाकुर और 3 वर्षीय मेघा के रूप में हुई है. इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों युवतियां अहमदाबाद के राजोड़ा गांव में एक ही प्राइवेट कंपनी में काम करती थीं. आशा ठाकुर बवला इलाके में जबकि भावना राजोड़ा गांव की रहनेवाली थी.
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8 जून को एकसाथ छोड़ा था घर
पुलिस को जांच में पता चला है कि दोनों समलैंगिकों ने 8 जून की रात एकसाथ घर छोड़ा लेकिन उनके घरवालों ने उनके गुम होने की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी. रविवार रात उन्होंने खाना खाया और रिवरफ्रंट पर घूमने निकली थीं. रात करीब ढाई बजे उन्होंने पहले बेटी को नदी में फेंका, फिर खुद को एक दुपट्टे में बांधकर पानी में कूद गईं. पुलिस ने 3 शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं. एक महिला के पति को इसकी सूचना दे दी गई है.