कोरोना वायरस के कहर से अगले 6 महीनों में हर दिन 6 हजार बच्चों की जान जा सकती: UNICEF

संयुक्त राष्ट्र के संगठन यूनिसेफ ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस के कारण अगले 6 महीनों में हर दिन 6 हजार बच्चों की जान जा सकती है।

कोरोना महामारी की वजह से पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं ना मिलने से बच्चों की सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है जिसके गंभीर नतीजे भी देखने को मिल सकते हैं।

यूनिसेफ ने इसे लेकर ही आशंका जताई है। संगठन का कहना है कि बाल मृत्यु का ये आंकड़ा कोरोना के कारण हो रही मौतों से अलग होगा।

दक्षिण कोरिया में क्लब के कारण फिर से उभरे कोरोना वायरस संक्रमण के बाद 35,000 लोगों का टेस्टिंग हो गई है। देश में क्लब से जुड़े 135 मामले सामने आ गए हैं।

समाचार एजेंसी के अनुसार इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। उन्होंने कहा कि बुधवार को 29 नए मामले सामने आए।

दुनियाभर में कोरोना वायरस (COVID-19) के 43 लाख 57 हजार 036 मामले सामने आ गए हैं। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार इनमें से 2,95,464 लोगों की मौत हो गई है और 15 लाख11हजार 978 लोग ठीक हो गए हैं।

यूरोप में अब तक 16 लाख 70 हजार 005 मामले सामने आ गए हैं। 1,56,853 लोगों की मौत हो गई है। 6,44,156 लोग ठीक हो गए हैं।

-देशों की बात करें तो अमेरिका में 13 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और 84,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।

समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार पिछले 24 घंटे में 1,813 मामले सामने आ गए हैं। स्पेन में 2,46,545 मामले सामने आ गए हैं। वहीं रूस में 2,42,271 मामले सामने आ गए हैं। 

नेपाल की राजधानी काठमांडू और दक्षिणी नेपाल के कपिलवस्तु जिले में गुरुवार को कोरोना वायरस के दो मामले सामने आए।

इसके साथा ही यहां अब तक 245 मामले सामने आ गए हैं। नेपाल में 14 मई की सुबह तक परसा में 85, उदयपुर में 32, कपिलवस्तु में 39, बांके में 25, रूपन्देही में 28, काठमांडू में 7, कैलाली में 4, रौतहट और बारा में 3, और बागलंग चितवन, झापा, सरलाही, महतारी, धनुशा और भक्तपुर जिले में 2-दो मामले दर्ज किए गए हैं।

– विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आशंका जताई है कि शायद ही कोरोना वायरस (COVID-19) दुनिया से कभी खत्‍म ही हो। MXI”V के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल जे रियान के अनुसार कोरोना वायरस महमारी ने दुनिया के लगभग हर देश को अपनी चपेट में ले चुका है। 

रियान ने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण है कि हम यथार्थवादी हों और मुझे नहीं लगता कि कोई भी यह भविष्यवाणी कर सकता है कि यह बीमारी कब या कैसे खत्म हो जाएगी।

  हमारे पास इस वायरस को खत्म करने के लिए एक तरीका हो सकता है  एक वैक्सीन की मदद से हम इसे खत्म कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि वैक्सीन अत्यधिक प्रभावी और सभी के लिए उपलब्ध कराया जाना चाहिए और हमें इसका उपयोग करना होगा।

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