खत में लिखकर किम ने दूसरी बार ट्रंप से मिलने की जताई इच्छा
बता दें कि 12 जून को सिंगापुर में हुई बैठक से ही दोनों नेताओं के बीच उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत जारी है। जिसके बाद कई बार इसे लेकर विवाद भी हुआ है। एक बार उत्तर कोरिया ने एक बयान में कहा था कि अमेरिका की सभी मांगे ठीक नहीं हैं। तो वहीं अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने भी कहा था कि किम बिना किसी को जानकारी दिए परमाणु कार्यक्रम को बढ़ावा दे रहे हैं।
लेकिन इस खत में किम ने दोबारा मिलने की इच्छा जताकर ट्रंप की शंकाएं दूर करने की कोशिश की है। यह वही खत है जिसके मिलने की उम्मीद ट्रंप शुक्रवार को ही जता रहे थे और शनिवार को ये खत अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो को मिल गया। जिससे ट्रंप खुश नजर आए। सेंडर्स ने ये भी कहा कि इस खत से ऐसा लगता है कि उत्तर कोरिया अपनी परमाणु कार्यक्रम से मुक्त रहने की प्रतिबद्धता जारी रखे हुए है।
दोनों की दूसरी बैठक के लिए अभी समय निश्चित नहीं है। कहा जा रहा है कि इस महीने के आखिर में न्यूयॉर्क में आयोजित यूनाइटेड नेशन्स ग्रैंड असेंबली में ये मौका मिल सकता है। जबकि ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बाल्टन का कहना है कि उन्हें ऐसा लगता है कि ट्रंप उसमें सम्मिलित नहीं होंगे।
सेंडर्स का कहना है कि यह एक सकारात्मक खत है। रविवार को उत्तर कोरिया की परेड को देखकर भी ऐसा लगा कि वह अपने परमाणु निशस्त्रीकरण के प्रति प्रतिबद्ध हैं। ऐसा लग रहा है कि किम दूसरी बैठक के लिए कुछ भी गलत करने से बच रहे हैं।