ऐसे शुरू हुआ था कारगिल युद्ध, जिसके पीछे था ये अनसुना बड़ा राज!!

हर वर्ष 26 जुलाई के दिन हम कारगिल विजय दिवस के रूप मे मानते है, क्योंकि इस दिन भारतीय सेना ने कारगिल पर पूर्ण विजय प्राप्त कर ली थी.
भारत मे कारगिल विजय दिवस उन भारतीय सैनिकों की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने कारगिल युद्ध में अपने प्राणों का बलिदान दिया था, आइये जानते हैं कारगिल विजय दिवस के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी.
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- श्रीनगर से कारगिल 205 किमी की दूरी पर स्थित है.
- कारगीर पर घुसपैठ की जानकारी स्थानीय गड़रियों ने ही दी थी.
- पाकिस्तानी सेना एवं आतंकियों की घुसपैठ के बाद 8 मई 1999 को कारगिल युद्ध की शुरुआत हुई थी.
- भारतीय सेना ने इस युद्ध मे एक ऑपरेशन चलाया था, जिसे उन्होने ऑपरेशन विजय नाम दिया.
- भारतीय सेना ओर पाकिस्तानी सेना एवं आतंकियों के बीच यह युद्ध करीब 60 दिनों तक चलाता रहा था.
- दो महीने से भी अधिक चले इस भयंकर युद्ध में भारतीय थलसेना एवं वायुसेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल पार न करने के आदेश के को तोड़ते हुये मातृभूमि में घुसे आक्रमणकारियों को खदेड़ दिया था.
- कारगिल युद्ध मे भारत के करीब 527 से अधिक सेनिक शहीद हुये और 1300 से ज्यादा भारतीय जवान घायल हो गए थे.
- कारगिल युद्ध मे करीब दो लाख सैनिकों ने भाग लिया था.
- दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्रों में की जंग में कारगिल युद्ध भी शामिल है.
- रेड क्रॉस संस्था के अनुसार इस युद्ध के दौरान पाकिस्तानी कब्जे वाले क्षेत्रों में करीब 30,000 से ज्यादा लोगों को अपने घर छोड़ कर जाना पड़ा था, जबकि भारतीय इलाकों में करीब 20,000 लोगों पर इस युद्ध का भारी असर पड़ा था.
- भारतीय वायुसेना ने कारगिल युद्ध में मिग-27 और मिग-29 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था.
- जानकारी के अनुसार इस युद्ध में तोपखाने से करीब 2,50,000 गोले और रॉकेट दागे गए.
- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह कारगिल ऐसी पहली लड़ाई थी, जिसमें किसी एक देश ने दुश्मन देश की सेना पर इतनी बमबारी की थी.