कानपुर: ब्रेड, अॉटो-टैंपो का किराया समेत इन चीजों की कीमत में आया बड़ा बदलाव
पेट्रो पदार्थों में महंगाई का असर अब ब्रेड पर भी पड़ने वाला है। उत्पादन लागत बढ़ने की वजह से कई ब्रेड कंपनियां 10 से 25 फीसदी तक दाम बढ़ाने की तैयारी कर चुकी हैं। यूपी में कानपुर शहर के उद्यमियों का कहना है कि मैदा, चीनी, वनस्पति तेल की कीमतें पिछले कुछ महीनों में बहुत तेजी से बढ़ी हैं। इस वजह से उनके पास भी ब्रेड के दाम बढ़ाने के अलावा कोई और चारा नहीं है।
शहर में ब्रेड बनाने की दर्जन भर बड़ी फैक्ट्रियां हैं। दो दर्जन स्थानों पर कुटीर उद्योग की तरह काम होता है। मदर ब्रेड के निर्माता आरबी दीक्षित बताते हैं कि बीते एक महीने में मैदा के दाम तीन से चार सौ रुपये तक बढ़े हैं। इसके अलावा डीजल के भाव में लगातार बढ़ोतरी की वजह से भाड़ा बढ़ा है। भाड़े का असर हर तरह के कच्चे माल पर पड़ा है। इस वजह से उत्पादन लागत भी बढ़ी है।
उधर, गल्ला व्यापारी ज्ञानेश मिश्रा का कहना है कि पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने की वजह से इस वर्ष गेहूं महंगा रहा है। इसका असर उसके उत्पाद आटा और मैदा पर पड़ा है। सर्दियों का मौसम आने वाला है। ऐसे में ब्रेड की खपत और बढ़ेगी। आपूर्ति कम होने की वजह से ब्रेड निर्माता दाम बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। ब्रेड के डीलर राजेश गुप्ता बताते हैं कि ब्रेड की क्वालिटी के हिसाब से दाम बढ़ सकते हैं। 15 वाला पैकेज 17 का हो सकता है, जबकि 20 वाला 22 रुपये में। माल की आवक होने के बाद ही दाम की स्थिति स्पष्ट होगी।