जस्टिस खानविलकर बोफोर्स मामले की सुनवाई से खुद को किया अलग, जानें पूरा मामला
बोफ़ोर्स मामले की सुनवाई से जस्टिस एम एम खानविलकर ने खुद को अलग कर लिया है. सुप्रीम कोर्ट की दूसरी बेंच इस मामले में अब 28 मार्च को करेगी सुनवाई.
सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि इस मामले में उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी है हालांकि अभी याचिका रिजिस्ट्री में लंबित है. सीबीआई ने कहा कि याचिका अभी डिफेक्ट में है.
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पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा नेता अजय अग्रवाल से पूछा था कि किस हैसियत से उन्होंने बोफोर्स तोप सौदा मामले को निरस्त करने के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है? साथ ही शीर्ष अदालत ने पूछा है कि आखिरकार इस मामले में उन्हें क्यों सुना जाना चाहिए.
इसी बीच सीबीआई ने 12 साल बाद हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. उधर, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से भी यह सवाल किया कि आखिर दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा आरोपी को आरोपमुक्त करने के 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी एजेंसी ने अपील क्यों नहीं दायर की. 31 मई, 2005 को दिल्ली हाईकोर्ट ने तीन हिन्दुजा भाइयों और बोफोर्स कंपनी को आरोपमुक्त कर दिया था.