भारत के इस खूबसूरत छोर पर स्थित तीर्थस्थल का सफर

भारत में कई ऐसे स्थल है जहाँ का दृश्य देखने पर ऐसा प्रतीत होता है मानो स्वयं स्वर्ग ही धरती पर उतर आया हो . ऐसा ही एक स्थल दक्षिण बिंदु पर स्थित कन्याकुमारी हिन्द महासागर है . यह केवल एक नगर ही नहीं बल्कि देशी विदेशी सैलानियों का एक बड़ा पर्यटन स्थल भी है .  देश के मानचित्र के अंतिम छोर पर होने के कारण अधिकांश लोग इसे देखने की इच्छा रखते हैं .एक पुराणिक कथानुसार राजा भारत की पुत्री कुमारी की याद में ही दक्षिण भारत के इस स्थान को कन्याकुमारी कहा जाता है .भारत के इस खूबसूरत छोर पर स्थित तीर्थस्थल का सफर

भारत के इस खूबसूरत छोर पर कई ऐसी जगह जहाँ पर आजकर आप घूम सकते है . आइये जानते है इन जगहों के बारे में 

1 – कुमारी अम्मन मंदिर

कुमारी अम्मन मंदिर समुद्र तट पर स्थित है .पूर्वाभिमुख इस मंदिर का मुख्य द्वार केवल विशेष अवसरों पर ही खुलता है, इसलिए श्रद्धालुओं को उत्तरी द्वार से प्रवेश करना होता है .क़रीब 10 फुट ऊंचे परकोटे से घिरे वर्तमान मंदिर का निर्माण पांड्य राजाओं के काल में हुआ था . मंदिर को कुमारी अम्मन यानी कुमारी देवी का मंदिर कहा जाता है .

2 – महात्मा गाँधी स्मारक

तीन सगरो का संगल स्थल होने के कारण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अस्थि अवशेषों का एक अंश समुद्र संगम पर यहाँ भी प्रवाहित किया गया था . समुद्र तट पर जिस जगह उनका अस्थि कलश लोगों के दर्शनार्थ रखा गया था, वहां आज एक सुंदर स्मारक है, जिसे गांधी मंडप कहते हैं.

3 – विवेकानन्द रॉक मेमोरियल 

समुद्र में उभरी दूसरी चट्टान पर दूर से ही एक मंडप नज़र आता है . यह मंडप दरअसल विवेकानंद रॉक मेमोरियल है .लाल पत्थर से निर्मित स्मारक पर 70 फुट ऊंचा गुंबद है.  वास्तुशिल्प अजंता-एलोरा की गुफाओं के प्रस्तर शिल्पों से लिया गया लगता हैं . भवन के अंदर चार फुट से ऊंचे प्लेटफॉर्म पर परिव्राजक संत स्वामी विवेकानंद की कांसे की बनी प्रभावशाली मूर्ति जिसकी ऊंचाई साढ़े आठ फुट  है.

4 – तिरुवल्लुवर प्रतिमा

दक्षिण पूर्व में स्थित इन चट्टानों में से एक चट्टान पर विशाल प्रतिमा पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती है.  वह प्रतिमा प्रसिद्ध तमिल संत कवि तिरुवल्लुवर की है . इस प्रतिमा की ऊंचाई 133 फुट है, जो कि तिरुवल्लुवर द्वारा रचित काव्य ग्रंथ तिरुवकुरल के 133 अध्यायों का प्रतीक है .

5 – सुचिन्द्रम तीर्थ 

कन्याकुमारी के निकट सुचिन्द्रम नामक एक तीर्थ है, जहां धार्मिक आस्था श्रद्धालुओं को खींच लाती है . इस स्थान पर भव्य स्थानुमलयन मंदिर है, यह मंदिर ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश की त्रिमूर्ति को समर्पित है.

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