भारत ने दी कोरोना वायरस को मात, इस रिपोर्ट ने दुनिया भर को चौकाया

दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है। अमेरिका में 50 लोगों की मौत के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इमरजेंसी घोषित कर दी है। चीन के साथ ही ईरान और इटली को भी समझ नहीं आ रहा है कि इस बेहद घातक संक्रमण को रोकने के लिए क्या किया जाए? इस बीच, भारत से अच्छी खबर यह है कि यहां 10 मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ्य कर लिया गया है। केरल के शुरुआती तीन मरीजों के बाद अब जिन सात मरीजों को संक्रमण से पूरी तरह फ्री कर लिया गया है, उनमें पांच यूपी और एक-एक राजस्थान तथा दिल्ली के हैं।

ऐसे होती है जांच

इस बीच, सरकार ने बताया है कि भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की कुल संख्या 83 पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि कुल 10 मरीजों को आइसोलेशन में रखने के बाद अब घर भेज दिया गया है। उनमें कोरोना वायरस का कोई लक्षण नजर नहीं आया है।

चौका देने वाला पहला मामला आया सामने… पैदा होते ही बच्चे को हुआ कोरोना वायरस

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जिस भी मरीज में कोरोना वायरस पाया जाता है, उसे एक निश्चित समय-सीमा तक अस्पताल के आइसोलेशन में रखा जाता है। इसके बाद 14वें दिन से वायरस की मौजूदगी के टेस्ट किए जाते हैं। यदि रिजल्ट निगेटिव आता है तो 24 घंटे बाद फिर जांच होती है। यदि यह रिजल्ट भी निगेटिव आता है तो मरीज को कोरोना वायरस से मुक्त घोषित कर दिया जाता है।

केरल का छात्र था ठीक होने वाला पहला मरीज

भारत में कोरोना वारयस का पहला केस जनवरी के आखिरी में सामने आया था। चीन की वुहाई यूनिवर्सिटी से लौटे तीन छात्रों में कोरोना वायरस पाया गया था। इसके बाद से इन्हें आइसोलेशन में रखा गया और लक्षणों का इलाज शुरू हुआ। कुछ दिन बात तीनों छात्र स्वस्थ्य हो गए और उन्हें घर भेज दिया गया।

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