सीबीएसई पेपर लीक मामले में पुलिस टीम की ऊना में दबिश, की पूछताछ

सीबीएसई पेपर लीक मामले की जांच को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ऊना पहुंची। सीबीएसई जमा दो के अर्थशास्त्र के बहुचर्चित पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने ऊना जिला में अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। 

 

जांच अधिकारी सुशील कुमार की अगुवाई में  दिल्ली से रवाना हुई टीम तीन बजे के करीब ऊना पहुंची। जिसके बाद दोपहर को ठीक 3.20 बजे टीम चंडीगढ़ रोड स्थित डीएवी सेंटनरे पब्लिक स्कूल में दाखिल हुई। 

हालांकि स्कूल के बंद करने का समय हो चुका था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच की पूर्व इतलाह पर स्कूल खुला रखा गया था। इस दौरान टीम के चार सदस्यों में से तीन सदस्यों की टीम ने स्कूल के प्रधानाचार्य अतुल महाजन से केस के सिलसिले में करीब एक घंटा तक पूछताछ की और मामले में आरोपी बनाए गए स्टाफ के सदस्यों से संबंधित रिकार्ड तलब किया। 

टीम के आने की सूचना को लेकर अफरा-तफरी का महौल

टीम ने इस दौरान कुछ दस्तावेज जांचे और कुछ अपने साथ ले गए। इससे पूर्व स्कूल स्टाफ में टीम के आने की सूचना को लेकर अफरा-तफरी का महौल रहा। लेकिन बच्चों की शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रही।

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गौर हो कि पेपर लीक के मुख्य तीनों आरोपी इसी स्कूल के कर्मचारी रहे हैं, जिन्हें डीएवी प्रबंधन समिति ने बीते रोज निलंबित किया है। वहीं, स्कूल से रिकार्ड जुटाने के बाद एक टीम हमीरपुर रोड स्थित युनियन बैंक के लिए रवाना हुई, जबकि

दूसरी टीम आरोपी राकेश शर्मा, अमित शर्मा और अशोक कुमार को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले गई। जहां तीनों आरोपियों की मेडिकल जांच की गई। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों को लेकर युनियन बैंक शाखा में पहुंची। 

सीबीएसई पेपर लीक मामले की जांच को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ऊना पहुंची। सीबीएसई जमा दो के अर्थशास्त्र के बहुचर्चित पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने ऊना जिला में अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। 

 

जांच अधिकारी सुशील कुमार की अगुवाई में  दिल्ली से रवाना हुई टीम तीन बजे के करीब ऊना पहुंची। जिसके बाद दोपहर को ठीक 3.20 बजे टीम चंडीगढ़ रोड स्थित डीएवी सेंटनरे पब्लिक स्कूल में दाखिल हुई। 

हालांकि स्कूल के बंद करने का समय हो चुका था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच की पूर्व इतलाह पर स्कूल खुला रखा गया था। इस दौरान टीम के चार सदस्यों में से तीन सदस्यों की टीम ने स्कूल के प्रधानाचार्य अतुल महाजन से केस के सिलसिले में करीब एक घंटा तक पूछताछ की और मामले में आरोपी बनाए गए स्टाफ के सदस्यों से संबंधित रिकार्ड तलब किया। 

टीम के आने की सूचना को लेकर अफरा-तफरी का महौल

टीम ने इस दौरान कुछ दस्तावेज जांचे और कुछ अपने साथ ले गए। इससे पूर्व स्कूल स्टाफ में टीम के आने की सूचना को लेकर अफरा-तफरी का महौल रहा। लेकिन बच्चों की शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रही।

गौर हो कि पेपर लीक के मुख्य तीनों आरोपी इसी स्कूल के कर्मचारी रहे हैं, जिन्हें डीएवी प्रबंधन समिति ने बीते रोज निलंबित किया है। वहीं, स्कूल से रिकार्ड जुटाने के बाद एक टीम हमीरपुर रोड स्थित युनियन बैंक के लिए रवाना हुई, जबकि

दूसरी टीम आरोपी राकेश शर्मा, अमित शर्मा और अशोक कुमार को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले गई। जहां तीनों आरोपियों की मेडिकल जांच की गई। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों को लेकर युनियन बैंक शाखा में पहुंची। 

प्रबंधक से विस्तृत पूछताछ की

टीम के कुछ सदस्य अपने साथ लगाई टेंपो ट्रेवलर में ही मौजूद रहे। जबकि तीनों आरोपी भी इसी वाहन में टीम की हिरासत में थे। इस दौरान एक टीम ने युनियन बैंक के प्रबंधक से विस्तृत पूछताछ की।

टीम पहले ही सीसीटीवी की डीवीआर अपने साथ ले गई है। इसके बाद आरोपियों को पुलिस टीम अपने साथ जवाहर नवोदय स्कूल पेखुवेला स्थित परीक्षा केंद्र ले गई। जहां से टीम ने केस के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अधिकांश जांच पूरी कर ली है। फिलहाल इस केस में और किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। जांच टीम का नेतृत्व कर रहे एसीपी स्टार-2 इंस्पेक्टर सुशील कुमार ने बताया कि अभी एसआईटी की जांच जारी है। इस मामले में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता। आरोपियों को रिमांड के लिए कल अदालत में पेश किया जाएगा। 

आरोपियों से मिलने पहुंच गए परिजन

तीन दिन से दिल्ली पुलिस की हवालात में रातें गुजार रहे सीबीएसई पेपर लीक प्रकरण के आरोपियों को मंगलवार को आखिर कुछ पलों के लिए अपनों से मुलाकात नसीब हो पाई। सूत्रों के मुताबिक मामले में तीनों आरोपियों को लेकर ऊना आ रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम कुछ देर के लिए रक्कड़ में लंच करने के लिए रुकी।

इसी दौरान तीनों आरोपियों के परिजनों ने पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच कुछ देर के लिए परिजनों से मुलाकात की। परिजनों को अधिक देर तक आरोपियों से मिलने नहीं दिया गया। परिवार के सदस्यों की निगाहें ऊना की ओर बढ़ते वाहन की तरफ लगी रहीं।

बीते सात अप्रैल को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की दो टीमों ने ऊना जिला के विभिन्न ठिकानों पर आधी रात को दबिश देकर सीबीएसई पेपर लीक के आरोपी अमित शर्मा और अशोक कुमार को उनके घरों से गिरफ्तार किया था, जबकि मुख्य मास्टरमाइंड राकेश कुमार को पुलिस दोपहर बाद ही उठा ले गई थी।

उसके बाद से तीनों आरोपी दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में हैं। पुलिस अब बुधवार को तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को दिन भर यह जानने की कोशिश की कि इस बहुचर्चित केस के तार ऊना में कहीं और तो नहीं जुड़े हैं। यह भी माना जा रहा है कि अगर अदालत की ओर से आरोपियों की रिमांड बढ़ती है तो क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों को एक बार फिर ऊना ला सकती है।

 
 
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