दिल्ली एनसीआर की हवा में आया मामूली सुधार, पढ़े पूरी ख़बर

दिल्ली-एनसीआर की हवा में लगातार तीसरे दिन थोड़ा सुधार हुआ है। 400 के पार पहुंचे एक्यूआई में भी कमी आई है। इसी के चलते रविवार को ग्रैप-4 की सख्त पाबंदियों को हटा लिया गया है। अब ट्रकों को पहले की तरह राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में एंट्री मिल सकेगी। वहीं सोमवार सुबह आसमान पर धुंध की हल्की चादर दिखी। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 326 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।

गोपाल राय करेंगे उच्चस्तरीय बैठक

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक करेंगे। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पिछले तीन दिनों से ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। हवा चलने से प्रदूषण के कणों का बिखराव हो गया। जिसकी वजह से प्रदूषण में कमी आई है। इसके बावजूद दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। पहले नंबर पर हरियाणा का धारूहेड़ा रहा। वहीं रविवार को न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है।

स्मॉग की चादर छाई रहने के आसार

राजधानी में भले ही प्रदूषण के स्तर में कमी आ रही है, लेकिन आसमान में शाम से लेकर सुबह तक स्मॉग की परत बनी हुई है। इसका प्रमुख कारण दिल्ली का लोकल प्रदूषण है। मंगलवार तक यह स्मॉग की चादर दिल्ली के आसमान में बनी रह सकती है। जानकारी के अनुसार बीते तीन दिनों से प्रदूषण के स्तर में लगातार सुधार हो रहा है। लेकिन शाम से लेकर सुबह तक आसमान में स्मॉग बना हुआ है। दिन में धूप निकलने एवं तापमान बढ़ने के साथ स्मॉग कम हो जाती है। मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि इस स्मॉग की वजह दिल्ली का लोकल प्रदूषण है।

पराली जलाने की घटनाएं 16 फीसदी बढ़ीं

पंजाब में धान की पराली जलाने की घटनाएं पांच नवंबर को चार नवंबर की तुलना में 16 फीसदी बढ़कर 2,817 हो गईं। केंद्र सरकार की किसानों से फसल अवशेष प्रबंधन के लिए पूसा बायो-डीकंपोजर और अन्य मशीनों का उपयोग करने की अपील के बीच राज्य में पराली जलने की घटनाएं बढ़ रही हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की ओर से जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 5 नवंबर को मध्य प्रदेश में पराली जलाने के 319 मामले, राजस्थान में 91, हरियाणा में 90, उत्तर प्रदेश में 24 घटनाओं की सूचना थी, जबकि दिल्ली में ऐसी कोई घटना नहीं हुई। 

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