मध्य प्रदेश में “शिव का राज”, इमरती देवी सहित इन मंत्रियों का हार का स्वद चखना पड़ा

भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ चुके हैं। भाजपा ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की है वहीं, कांग्रेस की झोली में 9 सीटें गई हैं। साफ पता चलता है कि उपचुनाव में शिवराज-सिंधिया की जोड़ी का कमाल दिखा है। बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने इन 28 सीटों में से 27 पर जीत हासिल की थी। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गद्दार मैं नहीं, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हैं।

मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में 2 पूर्व मंत्रियों समेत शिवराज सरकार के 14 मंत्रियों ने ताल ठोंकी थी। इनमें 11 मंत्रियों ने जीत दर्ज कर ली है या बढ़त बनाए हुए हैं। हालांकि, 3 मंत्री इमरती देवी, एंदल सिंह कंषाना और गिर्राज दंडोतिया उलटफेर का शिकार बनकर हार गए हैं। इन तीनों ने डबरा, दिमनी और सुमावली सीट से चुनाव लड़ा। इंदौर में भारतीय जनता पार्टी के तुलसी सिलावट सांवेर से जीतने के बाद रिटर्निंग अफसर से सर्टिफिकेट लेते हुए इस अंदाज में नजर आए। 

उपचुनाव के नतीजों का ऐलान होने के बाद भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। सिंधिया ने कहा कि नतीजों ने साबित कर दिया है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह गद्दार हैं।’ इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समर्थन देने के लिए मध्य प्रदेश की जनता का शुक्रिया भी अदा किया। 

उपचुनाव के नतीजे आने के बाद कमलनाथ ने हार मान ली है। उन्होंने कहा कि हम जनादेश को शिरोधार्य करते हैं। हमने जनता तक अपनी बात पहुंचाने की पूरी कोशिश की। अब हम विपक्ष में रहकर अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे। जनता के हित के लिए हमेशा खड़े रहेंगे।

मध्य प्रदेश उपचुनावों में सबसे बड़ी और सबसे छोटी दोनों तरह की जीत भाजपा ने ही दर्ज की हैं। दरअसल, भांडेर सीट पर भाजपा की रक्षा संतराम सिरोनिया महज 161 वोटों से जीतीं। उन्होंने कांग्रेस के फूलसिंह बरैया को हराया। वहीं, सांची सीट पर भाजपा प्रत्याशी और मंत्री प्रभुराम चौधरी ने 63 हजार 809 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के मदन लाल चौधरी को मात दी।

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