अगर आप भी खाते हैं हफ्ते में इतने दिन नॉनवेज तो हो जाएं सावधान…

नॉन वेज खाने के शौकीनों का पेट हर रोज नॉनवेज खाने से ही भरता है। ऐसे लोग रोज़ाना चिकन या मीट ही खाना पसंद करते हैं। मीट में विभिन्न पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन डी और जस्ता, मैग्नीशियम, लोहा मौजूद रहता है। आप जानते हैं इन सभी पोषक तत्वों की  शरीर को सीमित मिकदार में ही आवश्यक होती हैं। लेकिन कुछ लोग रोज़ाना ही खाने में मीट का सेवन करना पसंद करते हैं जो उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया है कि सप्ताह में तीन या उससे अधिक दिन मीट का सेवन करने से हार्ट डिजीज, डायबिटीज के साथ ही नौ बीमारियों का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।

अध्ययन के मुताबिक डाइट में मीट का लगातार सेवन करने से नौ तरह की गैर-कैंसर की बीमारियों की आशंका को कई गुना बढ़ जाती है। यूके के शोधकर्ताओं ने इन बीमारियों और मीट के बीच के संबंध को प्रमाणित किया है। शोध के मुताबिक जो लोग मीट का सेवन नियमित तौर पर करते हैं, उसमें हार्ट डिजीज, डायबिटीज, न्यूमोनिया और कुछ अन्य गंभीर बीमारियों होने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।

डब्ल्यूएचओ ने किया सतर्क:

इससे पहले की रिसर्च में पाया गया था कि रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट के ज्यादा सेवन से आंत का कैंसर हो सकता है, लेकिन पहली बार इस रिसर्च में हार्ट डिजीज, डायबिटीज, न्यूमोनिया जैसी बीमारियों का सीधा संबंध मीट से जोड़ा गया है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में पाया है कि प्रोसेस्ड मीट या पॉल्ट्री मीट को सप्ताह में तीन दिन खाया जाए तो यह 9 अलग-अलग तरह की बीमारियों के जोखिम को कई गुना बढ़ा देते है। यह रिसर्च विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वार सतर्क रहने के दावे को मज़बूत करती है।

रेड मीट के सेवन से होने वाली बीमारियां

हार्ट डिजीज, न्यूमोनिया, डायवर्टिकुलर डिजीज, कोलोन पॉलिप, डायबिटीज, गैस्ट्रो ऑसोफेजियल रिफलेक्स डिजीज, गैस्ट्रिक, ड्यूडेनाइटिस शामिल हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक मीट खासकर रेड और प्रोसेस्ड मीट का ज्यादा सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

शोधकर्ताओं ने अध्ययन को प्रमाणित करने के लिए ब्रिटेन मे मीडिल एज के लगभग 5 लाख लोगों पर 8 साल तक अध्ययन किया। इनके हेल्थ रिकॉर्ड को विभिन्न अस्पतालों से खंगाला और इनकी डाइट और मेडिकल हिस्ट्री पर विश्लेषण किया। विश्लेषण में पाया गया कि जिन व्यक्तियों ने सप्ताह में तीन दिन या उससे ज्यादा मीट का सेवन किया है, उनकी हेल्थ पर मीट का सेवन नहीं करने वालों की तुलना में विपरीत असर पड़ा है। यूनिवर्सिटी के नूफील्ड डिपार्टमेंट ऑफ पॉपुलेशन हेल्थ के विशेषज्ञ डॉ केरेन पेपियर ने बताया कि जो व्यक्ति रोजाना 70 ग्राम अनप्रोसेस्ड रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट का सेवन करता है, उसमें डायबीटिज होने की आशंका 30 प्रतिशत जबकि हार्ट डिजीज होने की आशंका 15 प्रतिशत बढ़ जाती है। इसी तरह 30 ग्राम पॉल्ट्री मीट यानी चिकेन का रोजाना सेवन करने से डायबिटीज होने की आशंका 14 प्रतिशत और गैस्ट्रो ऑसोफेजियल रिफलेक्स होने की आशंका 17 प्रतिशत बढ़ जाती है।  

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