एक्सीडेंट होने पर ऐसे काम करता हैं आपकी गाड़ी मे लगा हुआ एयरबैग, जानें तरीका…

ड्राइविंग के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से कार के एयरबैग का एक अहम रोल होता है। कार के एयरबैग से जुड़ी ऐसी कई अहम बातें हैं, जिनका जानना आपके लिए ज़रूरी है। क्या आप जानते हैं कि एयरबैग कैसे काम करता है। चलिए हम आपको बताते हैं।

जिन कारों में एयरबैग लगे होते हैं, उनमें एक डाइग्नोस्टिक सिस्टम लगा होता है, जिन्हें हम सप्लीमेंट रीस्ट्रैन्ट सिस्टम के नाम से जानते हैं। ये सिस्टम हमें बताता है कि हमारे कार में लगे एयरबैग ठीक तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं। इस सिस्टम को समझने का तरीका बेहद आसान है। जैसे ही आप अपनी कार स्टार्ट करते हैं, आपकी कार की मीटर में लगे एसआरएस इंडिकेटर्स कुछ सेकेंड के लिए जल जाते हैं। यदि इंडिकेटर्स कुछ सेकेंड्स के बाद ऑफ नहीं होते या फिर जलते रह जाते हैं तो समझ जाइए कि आपके एयरबैग में कोई ना कोई दिक्कत ज़रूर है।

टक्कर के बाद एयरबैग के खुलने की रफ्तार 322 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। कार में लगी सीट बेल्ट का भी एयरबैग की फंक्शन से संबंध होता है। एयरबैग को बनाते वक्त इस बात का भी ख्याल रखा जाता है कि गाड़ी में बैठे आदमी ने सीट बेल्ट लगा रखा हो। इसलिए सिर्फ एयरबैग के भरोसे ना बैठें। गाड़ी में बैठते ही सीट बेल्ट जरूर लगाएं। अगर दुर्घटना या किसी और वजह से आपकी कार का एयरबैग खुल जाता है तो किसी ऑथोराइज्ड डीलरशिप या वर्कशॉप में ही उसे ठीक करवाएं ताकि किसी भी तरह की चूक से बचा जा सके।

Back to top button