Hyderabad Election Result: रुझानों में हुआ बड़ा उलटफेर बीजेपी को पछाड़ टीआरएस निकली आगे…

इस बार का निगम चुनाव इसलिए खास है क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार के केंद्रीय नेतृत्व ने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकी है। ऐसे में यह देखना होगा कि यहां असदुद्दीन ओवैसी और के चंद्रशेखर राव का कब्जा बरकरार रहता है या फिर भाजपा तीन वार्डों से ज्यादा पर जीत दर्ज करेगी। शुरुआती रुझानों में जहां भाजपा पहले एआईएमआईएम और टीआरस को पछाड़कर सबसे आगे चल रही थी। वहीं अब टीआरस 53, एआईएमआईएम 9 और भाजपा 20 सीटों पर आगे चल रही है।

बीजेपी सांसद डी अरविंद ने कहा कि तेलंगाना राज्य में परिवर्तन शुरू हो गया है. आपने लोकसभा चुनाव के नतीजे और फिर डब्बाका उपचुनाव और अब हैदराबाद नगर निगम चुनाव के रुझाने देखें. हमें शाम तक इंतजार करना चाहिए, लेकिन यह टीआरएस को स्पष्ट संदेश है कि लोग बदलाव चाहते हैं.

150 सीटों वाली ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में बीजेपी 88 सीटों पर आगे है. वहीं, 33 सीटों पर टीआरएस और 17 सीटों पर एआईएमआईएम आगे है.

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के शुरुआती रुझान में बीजेपी को बहुमत मिल गई है. बीजेपी अभी 77 सीटों पर आगे है. इसके अलावा 34 सीटों पर टीआरएस और 17 सीटों पर एआईएमआईएम आगे है. वहीं, कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर आगे है.

सुबह 10 बजे तक बीजेपी 74 सीटों पर आगे हैं, जबकि टीआरएस 31 सीटों पर आगे है. वहीं, AIMIM 13 सीटों पर आगे है और एक सीट जीत चुकी है. कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर आगे है.

बीजेपी को 50 सीटों पर बढ़त मिल गई है, जबकि टीआरएस 27 सीटों पर आगे है. AIMIM की 11 सीटों पर बढ़त है, जबकि वह एक सीट जीत गई है. कांग्रेस एक सीट पर आगे है.

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. सुबह 9 बजकर 7 मिनट तक मिले अपडेट के मुताबिक, 54 सीटों में से 31 सीटों पर बीजेपी आगे है, जबकि 17 सीटों पर टीआरएस और 6 सीटों पर एआईएमआईएम आगे है.

2016 में हुए ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव की बात करें तो टीआरएस ने 150 वार्डों में से 99 वार्ड में जीत हासिल की थी, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 44 वार्ड में जीत मिली थी. जबकि बीजेपी महज तीन नगर निगम वार्ड में जीत दर्ज कर सकी थी और कांग्रेस को महज दो वार्डों में ही जीत मिली थी. इस तरह से ग्रेटर हैदराबाद और पुराने हैदराबाद के निगम पर केसीआर और ओवैसी की पार्टी ने कब्जा जमाया था.

भारतीय जनता पार्टी की ओर से अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं के प्रचार के लिए उतारने के बाद भी वोटिंग प्रतिशत में इजाफा नहीं हो सका और इस बार 46.55% मतदान हुआ. 2009 के हैदराबाद नगर निगम चुनाव में 42.04 फीसदी तो 2016 में हुई नगर निगम चुनाव में 45.29 फीसदी लोगों ने ही वोट डाले थे. हालांकि पिछले 2 चुनाव से ज्यादा इस बार वोटिंग दर्ज की गई.

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है. यह नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, मेडचल-मलकजगिरी, रंगारेड्डी और संगारेड्डी शामिल हैं. पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं तो तेलंगाना की 5 लोकससभा सीटें आती हैं. यही वजह है कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में केसीआर से लेकर बीजेपी, कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी तक की साख दांव पर लगी हुई है.

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव की 150 सीटों पर 1,122 प्रत्याशी मैदान में उतरे. बीजेपी के 149 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं तो टीआरएस ने सभी 150 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे. कांग्रेस 146 सीटों पर ताल ठोक रही है जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने महज 51 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. टीडीपी 106, सीपीआई 17, सीपीएम 12, निर्दलीय 415 और अन्य पार्टियों से 76 प्रत्याशी मैदान में हैं.

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम की 150 सीटों पर किस्मत आजमाने उतरे 1,122 उम्मीदवारों का फैसला आने वाला है. हैदराबाद नगर निगम में कुल 74,67,256 मतदाताओं में से 34,50331 मतदाताओं ने वोट डाले. चुनाव के लिए 2,927 मतदाता स्थल बनाए गए थे.

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