भारतीय बाजारों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी, दीवाली से पहले निवेसकों ने कमाएं 2 लाख करोड़, सेक्स 600 अंक उछला

नई दिल्ली। अमेरिका में जो बाइडेन के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद आज भारतीय बाजारों में रैली देखने को मिली है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार दुनियाभर के बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दाम पर बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स फिलहाल (10:15 AM) 600 अंक चढ़कर 42500 के नए शिखर पर पहुंच गया है। वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 12430 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी बाजारों में ऐतिहासिक इलेक्शन रैली (शेयर बाजार में तेजी का दौर) जारी है, जिसका असर दुनियाभर के बाजारों पर दिख रहा है।

आज की तेजी के बाद बाजार नें निवेशकों ने चंद मिनटों में 2 लाख करोड़ रुपए की कमाई कर ली है। BSE की लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप सोमवार को बाजार खुलने के बाद 1,65,45,013.79 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। वहीं, शुक्रवार को मार्केट कैप 1,63,60,699.17 करोड़ रुपए पर बंद हुआ था।

अब क्या करें निवेशक- दिग्गज निवेशक और बिग बुल के नाम से मुशहूर राकेश झुनझुनवाला ने सीएनबीसी-आवाज़ के साथ खास बातचीत में बताया कि आने वाले दिनों में भारतीय शेयर मार्केट में निवेश और तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने, अगले 5 साल में डबल डिजिट ग्रोथ की उम्मीद जताई है। राकेश झुनझुनवाला कहना है कि भारत दुनिया का फार्मा किंग बनेगा। भारत में निवेश नहीं आने की कोई वजह नहीं है। आगे मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की ग्रोथ बढ़ेगी।

राकेश झुनझुनवाला कहना है कि जुलाई में जितनी आशंका थी उससे कम डिफॉल्ट बैंकिंग सेक्टर में हुए हैं। बैंकिंग सेक्टर में डिफॉल्ट आशंकाओं से कम रहे हैं। जुलाई में जितनी आशंका थी उससे कम डिफॉल्ट हुए हैं। कॉरपोरेट्स की वजह से बैंकिंग पर दबाव नहीं है है।

जो बाइडेन के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने से क्यों खुश है शेयर बाजार-बाइडेन की जीत से भारत की बड़ी और बहुराष्ट्रीय टेक कंपनियों को खासा फायदा होगा क्योंकि इससे वीजा के नियमों में ढील बरती जाएगी। चीन पर भले ही टीम बाइडेन विभाजित हो, मगर निवेश गुरु जिम रॉजर्स का मानना है कि बाइडेन भारतीय बाजार के लिए अच्छे साबित होंगे।

77 वर्षीय बाइडेन अमेरिका का 46वें राष्ट्रपति होंगे। उनके साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस (56 वर्ष) अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति भी होंगी। रॉजर्स का मानना है कि बाइडेन का रुख बहुत अधिक रक्षात्मक नहीं होगा। एसकोर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल ने न्यूज18हिंदी को बताया की चीन अब वैश्विक संबंधों के लिए पहली प्रथामिकता नहीं रहा है। इसका फायदा कुछ हद तक भारत को मिल सकता है। जो बाइडेन भी इसे स्वीकार कर सकते हैं।

जब बराक ओबामा के कार्यकाल में बाइडेन उपराष्ट्रपति थे, तो वह चाहते थे की भारत के साथ संबंध बेहतर रहें। बाइडेन प्रमुख कारोबारी साझेदारों के साथ बहुआयामी संबंधों में विश्वास करते हैं, जिसमें भारत भी शामिल हैं। बाइडेन का रुख अप्रवासियों के प्रति नरम है। वे आईटी सेक्टर के लिए वीजा के नियमों में राहत दे सकते हैं। मगर कुछ चिंताएं भी हैं। बाइडेन अमेरिका में फार्मा प्रोडक्ट्स का उत्पादन करवाना चाहते हैं।

अब इन कंपनियों के शेयरों में बनेगा पैसा- Helios Capital के फाउंडर समीर अरोड़ा का कहना है कि शेयर बाजार से अच्छे रिटर्न और कहीं नहीं मिलेंगे। अपने पसंदीदा सेक्टर पर उन्होंने कहा कि IT,फार्मा, कंज्यूमर, प्राइवेट बैंकों में निवेश के अच्छे मौके है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो में सोना जरूर रखें।

तेजी वाले 30 स्टॉक्स -आज सेंसेक्स के 30 स्टॉक्स हरे निशान में ट्रेड कर रहे हैं। ICICI Bank 3.90 फीसदी की तेजी के साथ टॉप गेनर्स की लिस्ट में है। इसके अलावा Bharti Airtel, Axis Bank, Bajaj Finance, Power Grid, Infosys, HDFC Bank, Bajaj Finance, Kotak Bank, HUL, Tech Mahindra, Tata Steel, NTPC, HDFC, LT, SBI, TCS, ONGC सभी हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं।

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