शासन ने जल जीवन मिशन के तहत अनियमितता के मामले में दो अभियंताओं को किया निलंबित

 जल जीवन मिशन को लेकर शासन अब और सख्त हो गया है। शासन ने जल जीवन मिशन के तहत अनियमितता के मामले में दो अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कुछ और इंजीनियर भी शासन के राडार पर हैं।

जल जीवन मिशन के तहत इस समय प्रदेश में वृहद स्तर पर कार्य हो रहे हैं। सरकार इस पर विशेष निगरानी रखे हुए है। मिशन के साथ सभी कार्यों को समयबद्धता और पारदर्शिता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। कुछ समय पहले पौड़ी सब डिवीजन में तैनात सहायक अभियंता राकेश कुमार वर्मा पर अपने ही बेटे को ठेका देने का आरोप लगा था। मामले की जांच संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा को सौंपी गई। शर्मा ने अपनी जांच में पाया कि सहायक अभियंता ने अपने बेटे को जिला योजना की दो योजनाओं और जल जीवन मिशन की 11 योजनाओं के कार्य दिए हैं।

जांच रिपोर्ट की संस्तुतियों के आधार पर सचिव पेयजल नितेश झा ने सहायक अभियंता के निलंबित करने के आदेश दिए। इसके साथ ही कर्मचारी आचरण नियमावली के उल्लंघन के अन्य मामले में शासन ने ऊधमसिंह नगर में तैनात अधिशासी अभियंता तरुण शर्मा को निलंबित किया है। अधिशासी अभियंता पर आरोप थे कि उन्हें स्वास्थ्य कारणों से लिए गए अवकाश से आने के बाद उन्होंने उच्च अधिकारियों को बताए बिना ही चार्ज ग्रहण कर लिया। इसके साथ ही उन्होंने पत्रावलियां भी निस्तारित की।

इस मामले की शिकायत मिलने पर शासन ने इसकी जांच भी मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा को सौंपी थी। उन्होंने जांच में इस कृत्य को कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन बताया था। इसके आधार पर शासन ने अधिशासी अभियंता तरुण शर्मा को भी निलंबित कर दिया है। अब दोनों को चार्ज शीट भी भेजी जा रही है। सचिव पेयजल नितेश झा ने कहा कि अनियमितताओं के कुछ और अन्य प्रकरणों की भी जांच चल रही है।

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