सरकार ने उठाया ये कदम, अब पराग के बूथों पर मिलेंगे आलू प्याज टमाटर

उत्तर प्रदेश सरकार ने आलू, प्याज और टमाटर के दामों पर नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने का फैसला किया है। सरकार इन तीनों सब्जियों को पराग डेयरी के सभी बूथों, मंडी समितियों और कर्मचारी कल्याण निगमों पर उचित मूल्य पर उपलब्ध कराएगी।

बिक्री की इस व्यवस्था पर निगरानी रखने के लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। उल्लेखनीय है उद्यान विभाग लखनऊ में वैन के जरिए आलू 36 रुपये/किग्रा और प्याज 55 रुपये/किग्रा बेच रहा है।
कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने इसका विस्तृत शासनादेश जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि आलू, प्याज और टमाटर के मूल्यों में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए यूपी राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद, यूपी राज्य औद्यानिक सहकारी विपणन संघ (हाफेड), दुग्ध विकास विभाग (पराग डेयरी) और राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के आउटलेट के माध्यम से बाजार भाव को स्थिर किया जाएगा। साथ ही आम लोगों को उचित मूल्य पर आलू, प्याज और टमाटर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इस संबंध में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय के कंट्रोल रूम 0522-4316367 पर संपर्क करके भी सूचना दी या ली जा सकती है।

फुटकर बाजार में 35 से 45 रुपये/किग्रा के बीच रहा आलू
शासनादेश के अनुसार 27 अक्तूबर तक प्रदेश के निजी कोल्ड स्टोरेज में 15.08 लाख मीट्रिक टन आलू था। गत वर्ष इसी अवधि में 32.19 लाख मीट्रिक टन आलू बचा हुआ था। 29 अक्तूबर को न्यूनतम थोक बाजार भाव 2680 रुपये प्रति क्विंटल मथुरा की मंडी में, जबकि अधिकतम थोक बाजार भाव 3275 रुपये प्रति क्विंटल गाजियाबाद में था।

इस तरह से फुटकर बाजार भाव 35 से 45 रुपये/किग्रा के बीच रहा। हालांकि विभागीय सूत्रों के मुताबिक, 2 नवंबर को निजी कोल्ड स्टोरेज में 9.7 लाख मीट्रिक टन आलू ही बचा है। इनमें से करीब ढाई लाख मीट्रिक टन बीज के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।

अधिक वर्षा के कारण प्रभावित हुई टमाटर की खेती
राज्य में टमाटर की खेती 21,500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में की जाती है। उत्पादन लगभग 8.8 लाख मीट्रिक टन रहता है। जुलाई से नवंबर के बीच अन्य प्रदेशों से टमाटर मंगाया जाता है। इस कारण भी मूल्य में वृद्धि रहती है। अधिक वर्षा के कारण प्रदेश में अगेती टमाटर का उत्पादन कम हुआ है।हरियाणा व हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से टमाटर की फसल को नुकसान हुआ है। इसलिए प्रदेश की विभिन्न मंडियों में 29 अक्तूबर तक टमाटर की आवक मात्र 3.06 लाख मीट्रिक टन ही रही। औसत थोक बाजार भाव 2703 रुपये प्रति क्विंटल और फुटकर बाजार भाव 40 से 70 रुपये/किग्रा के बीच रहा।उत्तर प्रदेश में प्याज की खेती 28000 हेक्टेअर क्षेत्रफल में की जाती है। हर वर्ष लगभग 4.50 लाख मीट्रिक टन प्याज का उत्पादन होता है।

प्रदेश में उत्पादित प्याज की उपलब्धता मार्च से सितंबर तक रहती है। वहीं अक्तूबर से फरवरी के बीच देश के अन्य प्रदेशों से प्याज की आवक होती है।

महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भारी बारिश से प्याज की फसल खराब होने के कारण इसके भाव में बढ़ोतरी हुई है। इस कारण से 29 अक्तूबर तक प्रदेश में प्याज की आवक मात्र 6.13 लाख मीट्रिक टन ही रही।

औसत थोक बाजार भाव 4347 रुपये प्रति क्विंटल व फुटकर बाजार भाव 40 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच रहा।

यूपी ने नैफेड से मांगा 25,000 मीट्रिक टन आलू
उत्तर प्रदेश सरकार ने नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नैफेड) से 25 हजार मीट्रिक टन आलू की आपूर्ति तत्काल करने को कहा है। अपर मुख्य सचिव उद्यान मनोज सिंह ने बताया कि इससे आलू की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण में मदद मिलेगी। औसत थोक बाजार भाव 4347 रुपये प्रति क्विंटल व फुटकर बाजार भाव 40 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच रहा।

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