आज फिर आई सोने की कीमतों में भारी गिरावट, चांदी भी पड़ी फीकी
आज सोने और चांदी की वायदा कीमत लगातार दूसरे दिन गिरी। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.2 फीसदी घटकर 49,122 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। पिछले सत्र में सोने में 0.3 फीसदी की गिरावट आई थी। चांदी की बात करें, तो एमसीएक्स पर आज चांदी वायदा 0.8 फीसदी की गिरावट के साथ 66,150 रुपये प्रति किलोग्राम रही।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इतना रहा दाम
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में जो बाइडन द्वारा 19 खरब के प्रोत्साहन पैकेज के प्रस्ताव का अनावरण करने के बाद सोने की दरें आज बढ़ गईं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने मौद्रिक नीति को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखा। इससे सोने को समर्थन मिला। हाजिर सोना 0.2 फीसदी बढ़कर 1,850.36 डॉलर प्रति औंस हो गया। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.5 फीसदी बढ़कर 25.65 डॉलर प्रति औंस हो गई, जबकि प्लैटिनम 1,116 डॉलर पर बंद हुआ।
कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है ईटीएफ का प्रवाह
दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स बुधवार के 1,171.21 टन के मुकाबले गुरुवार को 0.9 फीसदी गिरकर 1,161 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं और उसके दाम में आने वाली घट-बढ़ पर ही इसका दाम भी घटता बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना का आखिरी दिन आज
निवेशक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) योजना के तहत बाजार मूल्य से काफी कम दाम में सोना खरीद सकते हैं। यह योजना सिर्फ पांच दिन के लिए खुली थी (11 जनवरी 2021 से 15 जनवरी 2021 तक)। यानी आज इसका आखिरी दिन है। योजना के तहत आप 5,104 रुपये प्रति ग्राम पर सोना खरीद सकते हैं। यानी अगर आप 10 ग्राम सोने खरीदते है तो उसकी कीमत 51,040 रुपये बैठती है और गोल्ड बॉन्ड की खरीद ऑनलाइन तरीके से की जाती है तो सरकार ऐसे निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की अतिरिक्त छूट देती है। इसमें आवेदनों के लिए भुगतान ‘डिजिटल मोड’ के माध्यम से किया जाना है।
आर्थिक सुधार से इस साल बढ़ सकती है सोने की मांग
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के उबरने के साथ भारत में 2021 के दौरान उपभोक्ता भावनाओं में सुधार हो रहा है और सोने की मांग सकारात्मक दिखाई दे रही है। रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर में धनतेरस के शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि आभूषणों की मांग औसत से कम थी, लेकिन इसमें पिछले साल की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून 2020) के निचले स्तर के मुकाबले काफी सुधार हुआ।