घुमने के लिए जाएं इस खूबसूरत अौर ऐतिहासिक विरासतों वाले शहर

कोपनहेगन यूरोप का एक प्रमुख शहर है जो डेनमार्क की राजधानी है। यह शहर बेहद खूबसूरत तथा कई ऐतिहासिक विरासतों को अपने में समेटे है। कोपनहेगन तथा इसके करीब स्थित कुछ अन्य स्थल पर्यटकों को चकित कर देते हैं।

घुमने के लिए जाएं इस खूबसूरत अौर ऐतिहासिक विरासतों वाले शहर

यहां के वेस्टरब्रो डिस्ट्रिक्ट में ही दुनिया की सबसे पुरानी ‘सैक्स शॉप’ थी। 1960 के दशक में यह स्टोर ‘ब्ल्यू मूवी’ के नाम से खोला गया था जो 2010 में बंद हो गया। हालांकि, इसे बंद करने में ‘मोरल पुलिस’ का कोई हाथ नहीं था। वैसे भी यहां के निवासी बेहद उदारवादी माने जाते हैं। जहां पर पोर्नोग्राफी को 1969 में ही कानूनन मान्यता दे दी गई थी। 

1990 के दशक में कोपनहेगन के सभी इलाके बड़े बदलाव से गुजरे। नई इमारतें खड़ी हुईं और पुरानी इमारतों का जीर्णोद्धार हुआ। अब यहां शानदार कैफे और बुटीक हैं। साथ ही यहां टैटू पार्लर और एडल्ट स्टोर्स की भी कमी नहीं है। यहां का टिवोली गार्डन नामक एयूजमैंट पार्क दुनिया भर में लोकप्रिय है। माना जाता है कि इसके खुलेपन से प्रेरित होकर वॉल्ट डिज्नी ने अपने ‘डिज्नीलैंड’ में भी ऐसे ही परिवर्तन किए थे। 

रात होते ही वैस्टरब्रो इलाका एक अलग अवतार धारण कर लेता है जब यहां के हिप बार और शोरगुल से भरे पबों में लोग नाच-गाना तथा खूब मौज-मस्ती करते हैं। नेहावन इलाका नहरों के किनारे 17वीं सदी में बसाया गया था। पहली नजर में यह स्थान परीकथाओं जैसा प्रतीत होता है। रंग-बिरंगी इमारतें इसकी खासियतें हैं जिनका प्रतिबिब झील के पानी में और भी खूबसूरत लगता है। 

इस इलाके ने कई कलाकारों को भी आकर्षित किया, जिनमें से सबसे मशहूर एंडरसन थे, जो यहां 18 साल रहे। यहीं उन्होंने अपनी कुछ मशहूर रचनाएं ‘द टिंडरबॉक्स’, ‘द प्रिंसेज’ व ‘द पी’ आदि लिखीं। आज इलाके में बड़ी संया में रेस्तरा और कैफे हैं। आज हाऊस नबर 67 को भी पर्यटक विशेष रूप से देखने आते हैं, जो जहां 1845 से 1864 तक एंडरसन रहे थे। झील पर कुछ आगे एंडरसन का सबसे लोकप्रिय चरित्र जलपरी की एक बेहद सुंदर प्रतिमा है, जिसने इस चरित्र को अमर कर दिया है। 

इलाका अपने टैटू पार्लस के लिए भी खूब मशहूर है। कहते हैं कि वाइकिंग्स ही टैटूज की कला को अपने साथ यूरोप लाए थे। बाद में यूरोप के सबसे पहले टैटू पार्लरों में से एक यहां के कोटेज नं. 17 के बेसमैंट बार में 20वीं सदी की शुरूआत में खुला। 

कोपनहेगन से 30 किलोमीटर दूर स्थित रोस्किल्द को वाइकिंग्स (जलदस्युओं) की इस राजधानी  माना जाता था। यहां ‘वाइकिंग शिप यूजियम’ देखने लायक है। 106 एकड़ में फैला यह खुला संग्रहालय है। यहां तरह-तरह के जहाज प्रदर्शित हैं।

कैसे पहुंचें  

कोपनहेगन के लिए मुबई व दिल्ली से दुबई होते हुए उड़ानें मिलती हैं। कोपनहेगन से रोस्किल्द तक ट्रेन से 20 मिनट में पहुंचते हैं। चाहें तो कार से जा सकते हैं जिसमें 40 मिनट लगेंगे।

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