खुद के साथ समय बिताने का मौका देती है Solo Trip

शायद ही कोई ऐसा हो, जिसे घूमना-फिरना पसंद नहीं। रोज की भागदौड़ और वर्क प्रेशर से दूर मूड फ्रेश करने और माइंड रिलैक्स करने के लिए कई लोग अक्सर वेकेशन पर जाते हैं। हालांकि, लोगों की भीड़ से निकलकर लोगों के बीच ही जाना कई बार इतना रिफ्रेशिंग नहीं होता है। ऐसे में कई लोग सोलो ट्रिप प्लान करते हैं। यह एक बढ़िया तरीका है, खुद के साथ समय बिताने का और रोज की भाग-दौड़ और लोगों की भीड़ से दूर रहने का।

लेकिन कई लोगों के मन में इसे लेकर काफी तरह के सवाल होते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको सोलो ट्रिप से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताएंगे, जिसे जानने के बाद आप भी बैकपैक कर सोलो ट्रिप के लिए निकल पड़ेंगे। आइए जानते हैं कैसे आपके जीवन को बदल सकती है। सोलो ट्रिप और इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

सोलो ट्रैवलिंग के फायदे

सोलो ट्रैवलिंग का सबसे पहला फायदा यह है कि पूरे ट्रिप के दौरान आप अपने हिसाब से प्लान बना सकते हैं और आपको किसी और की जिम्मेदारी उठाने की भी जरूरत नहीं होती।

आप अपने मुताबिक यह डिसाइड कर पाते हैं कि कब, कहां और कितने बजे जाना-आना है और किसी और की वजह से आपका प्लान भी बर्बाद नहीं होता।

अकेले घूमने जाने पर आप अपने बजट के अनुसार होटल में रुकने, खाने-पीने और घूमने का बजट तय कर सकते हैं।

सोलो ट्रिप में आप अपनी पूरी ट्रिप खुशी से बिना किसी झंझट के गुजार सकते हैं। इस दौरान आपको किसी दूसरे के नखरे या फालतू की हरकतों को झेलने की जरूरत नहीं होती।

अकेले घूमने जाए तो इन बातों का रखें ध्यान

घूमने के लिए उन्हीं जगहों का चयन करें, जो टूरिस्ट के लिए सेफ हो।

जिस भी जगह घूमने जाएं, वहां की लोकल पुलिस और अन्य इमरजेंसी सर्विस का नंबर अपने साथ रखें।

जाने से पहले उस जगह की पूरी और अच्छी तरह से रिसर्च करें।

अपने दोस्तों और परिवार वालों को अपनी लोकेशन की जानकारी देते रहें।

खतरा महसूस होने पर उनके साथ तुरंत अपनी लाइव लोकेशन उनके साथ शेयर करें।

ऐसी जगह जाने से बच्चे जहां क्राइम रेट ज्यादा है।

ट्रिप के दौरान मिले लोगों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करने से बचें।

अगर आप महिला हैं, तो सोलो ट्रैवल के दौरान पेपर स्प्रे और अन्य सुरक्षा की चीजें साथ रखें।

यात्रा के दौरान मिले दोनों लोगों के साथ कहीं भी अकेले जाने या नशा आदि करने से बचें।

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