थ्री-आर कॉन्फ्रेंस में कचरे से गैस, बिजली, खाद बनाना बेजोड़
इंदौर। पिछले चार दिन से शहर में चल रही थ्री आर कॉन्फ्रेंस का गुरुवार को समापन हुआ। अब नौवीं रीजनल थ्री-आर फोरम इन एशिया एंड द पैसिफिक का आयोजन अगले साल थाईलैंड में होगा। प्रदेश की शहरी विकास मंत्री माया सिंह ने थाईलैंड के प्रतिनिधियों को अगली कॉन्फ्रेंस का दायित्व खास मोमेंटो देकर सौंपा। अपनी पारंपरिक थाई वेशभूषा पहने थाईलैंड के प्रतिनिधि मंडल ने इंदौर आए सभी देश व शहरों के महापौरों और प्रतिनिधियों को थाईलैंड आने का न्योता दिया।
थ्री-आर कॉन्फ्रेंस में वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने वाली देशभर की प्राइवेट एजेंसियों, कंपनियों व एनजीओ को भी सम्मानित किया गया है। इंटीग्रेटेड वेस्ट मैनेजमेंट की कैटेगरी में पहला पुरस्कार इंदौर की ईको प्रो इन्वायरमेंट सर्विसेस को मिला। इसके अलावा इंदौर में सूखे कचरे को रिसाइकल करने वाली शहर की संस्था बेसिक म्युनिसिपल वेस्ट वेंचर लिमिटेड को दूसरा पुरस्कार मिला।
रोहिंग्या आश्रितों के लिए शेल्टर होम बनाने का दिया सुझाव
कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश से आए मेयर और वहां के सरकारी विभागों के अधिकारियों ने वेस्ट मैनेजमेंट क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों से राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में आपस में चर्चा की। सभी प्राइवेट कंपनियों ने वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में उपयोग की जा रही तकनीक व मशीनरी की जानकारी सभी देशों व शहरों के प्रशासनिक अफसरों को दी। बांग्लादेश के चीफ वेस्ट मैनेजमेंट ऑफिसर एमडी शफीकुल आलम के सामने एक प्राइवेट कंपनी ने कम समय में तैयार होने वाले प्री फेब्रिकेटेड हाउस का प्रोजेक्ट रखा। शफीकुल ने उन्हें बांग्लादेश सरकार के साथ मिलकर रोहिंग्या मुसलमानों को आश्रय देने के लिए ऐसे शेल्टर होम बनाने का सुझाव दिया।
मलबे के लिए नेपाल तलाश रहा रिसाइकल की नई तकनीक : नेपाल के वेस्ट मैनेजमेंट विभाग के डायरेक्टर हरिबहादुर कुंवर ने बताया कि दो साल पहले नेपाल में आए भूकंप से पूरे देश में तबाही मची थी। उस घटना के दो साल बाद भी अब तक महज 20 फीसदी मलबा ही हटाया जा सका है। नेपाल के पास मलबे को रिसाइकल करने की तकनीक नहीं है। इस वजह से उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। इसके लिए नई तकनीक की तलाश है।