डॉक्टरी की पढ़ाई करने के बाद फिल्मों में आए थे गजेंद्र चौहान, युधिष्ठिर का किरदार करके घर-घर हुए मशहूर

बॉलीवुड अभिनेता गजेंद्र चौहान अपना जन्मदिन 10 अक्तूबर को मानते हैं।

नई दिल्ली- बॉलीवुड अभिनेता गजेंद्र चौहान अपना जन्मदिन 10 अक्तूबर को मानते हैं। उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में अभिनय किया, लेकिन मुख्य अभिनेता के तौर पर वह ज्यादा नाम नहीं कमा सके। गजेंद्र चौहान ने कई टीवी सीरियल्स में भी अपने अभिनय का दम दिखाया है। वह आज भी बीआर चोपड़ा के सुपरहिट पौराणिक सीरियल महाभारत में युधिष्ठिर के किरदार से जाने जाते हैं।

गजेंद्र चौहान का जन्म 10 अक्तूबर 1956 को दिल्ली में हुआ था। उनकी पूरी पढ़ाई दिल्ली से ही हुई है। गजेंद्र चौहान के बहुत कम फैंस को पता होगा की उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई की है। उन्होंने एम्स से रेडियोग्राफी में डिप्लोमा किया है। गजेंद्र चौहान ने अपने अभिनय की शुरुआत टीवी सीरियल्स से की थी। इसके बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा।

गजेंद्र चौहान ने फिल्म ‘मैं चुप नहीं बैठूंगा’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। यह फिल्म 1985 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इसके बाद वह कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स में नजर आए। फिल्मी दुनिया में गजेंद्र चौहान को असली पहली निर्देशक बीआर चौपड़ा के पौराणिक टीवी सीरियल महाभारत से मिली थी। यह सीरियल 1988 में दूरदर्शन पर प्रसारित होता था।

महाभारत में गजेंद्र चौहान ने युधिष्ठिर का किरदार किया, जिसे खूब पसंद किया गया। यह बात बहुत कम लोगों को पता होगी कि गजेंद्र चौहान को युधिष्ठिर के लिए नहीं बल्कि कृष्ण के किरदार के लिए चुना गया था, लेकिन बाद में वजन बढ़ने की वजह से उन्हें युधिष्ठिर का किरदार करना पड़ा था। गजेंद्र चौहान का विवादों से भी नाता रहा है।

साल 2015 में उस समय गजेंद्र चौहान को लेकर विवाद को गया था जब उन्हें फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। गजेंद्र चौहान के एफटीआईआई का अध्यक्ष चुने जाने पर छात्रों ने काफी विरोध किया था। छात्रों के अलावा उनकी नियुक्ती को लेकर बॉलीवुड भी बंटा हुआ नजर आया। कई फिल्मी सितारे गजेंद्र चौहान के समर्थन और कई उनकी नियुक्ती की खिलाफ थे।

 

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