सीएम नीतीश- महात्मा गांधी के विचारों से बदलेगा देश, हिंसा व टकराव से नहीं

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस तरह स्वच्छता अभियान पर बल दिया, वह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। बापू की 150वीं जयंती पर पूरे देश को स्वच्छ करने का लक्ष्य है। हम सभी को इसके लिए समर्पित व संकल्पित होना होगा। इसके लिए बिहार में व्यापक अभियान चल रहा है। हर घर नल का जल, पक्की नाली और सड़क पर काम हो रहा है। यदि स्वच्छ पेयजल और खुले में शौच से मुक्ति मिल जाए तो 90 प्रतिशत रोगों का अंत हो जाएगा। साथ ही हमें महात्मा गांधी के विचारों को अपनाना होगा। उनके विचार से ही देश चलेगा, हिंसा व टकराव से नहीं। मुख्यमंत्री मोतिहारी के गांधी मैदान में मंगलवार को स्वच्छाग्रह सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
गांधीजी ने लोगों को स्वच्छता व शिक्षा के लिए प्रेरित किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपारण की धरती पावन है। गांधीजी 10 अप्रैल 1917 को पटना आए थे। वहां से मुजफ्फरपुर होते हुए मोतिहारी पहुंचे। वे यहां निलहों के अत्याचार के शिकार किसानों की समस्या सुनना चाहते थे। उनका सत्याग्रह यहां के लोगों की बदौलत सफल हुआ। किसानों को अंग्रेजों के जुल्म से छुटकारा मिला। गांधीजी के सत्याग्रह में ही स्वच्छाग्रह की भावना निहित थी। उन्होंने लोगों को स्वच्छता व शिक्षा के लिए प्रेरित किया।
लोहिया ने उठाई थी स्वच्छता की आवाज
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वच्छता अभियान पर पूरा बल है। यह समय की जरूरत और मांग दोनों है। सच्चाई यह है कि आजादी के बाद कभी इस विषय पर इतना बल नहीं दिया गया। हालांकि, गांधीजी के बाद 50 के दशक में राममनोहर लोहिया ने स्वच्छता की बात कही थी। उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि देश में अगर महिलाओं के लिए शौचालय बन जाए तो वे नेहरू का विरोध करना ही छोड़ देंगे।
घर-घर पहुंचाएं बापू के विचार
नीतीश कुमार ने कहा कि आज हम सत्याग्रह के 101वें साल में हैं। आज समय है बापू के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का। इसके लिए गांधीजी का कथा वाचन प्रत्येक स्कूल में कराना लक्ष्य है। इसके लिए किताबें उपलब्ध कराई जा रही हैं। अगर, 10 से 20 फीसद लोगों ने भी उनके विचारों को आत्मसात कर लिया तो ङ्क्षहसा समाप्त हो जाएगी। हम सभी आज यहां सद्भाव का संकल्प लें। तनाव व टकराव के माहौल में देश का विकास नहीं हो सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री को बिहार को खुले में शौच से मुक्त करने को आश्वस्त किया। ये भी कि दो अक्टूबर, 2019 तक हमें इतना काम करना होगा कि पूरा हिंदुस्तान स्वच्छ हो जाए।