पहले युवक ने भेजा WhatsApp पर मैसेज, और फिर लगाई फांसी…

राजधानी लखनऊ के नाका के मोतीनगर कालोनी में इलेक्ट्रानिक व्यापारी आकाश गुप्ता (28) ने शुक्रवार तड़के अपने गोदाम में फांसी लगा ली। यह कदम उठाने से पहले आकाश ने अपने दोस्त को व्हाटसएप पर मैसेज भेजा था कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। पर, दोस्त ने यह मैसेज सुबह देखा। सुसाइड नोट में उसने इसके लिये खुद को जिम्मेदार बताया है। खुदकुशी की वजह अभी तक साफ नहीं हो सकी है।

मूल रूप से हरदोई निवासी आकाश लखनऊ में इलेक्ट्रानिक सामान का काम करते है। यहां पर मोतीनगर में वह किराये पर रहता था। इसी जगह पर गोदाम भी बना रखा था। घर वालों के मुताबिक गुरुवार देर रात उसने अपने दोस्त धीरज के साथ खाना खाया था। इसके बाद धीरज घर चला गया था। धीरज को ही उसने व्हाटसएप भेजा था। पर, धीरज ने शुक्रवार सुबह देखा। वह बदहवाश सा आकाश के घर पहुंचा तो मेनगेट अंदर से बंद मिला। इस पर बाउण्ड्री फांद कर धीरज अंदर गया तो आकाश का शव पंखे के हुक से लटकता मिला। धीरज ने ही हरदोई में उसके घर वालों और पुलिस को सूचना दी। नाका इंस्पेक्टर के मुताबिक आकाश के खुदकुशी करने की वजह नहीं पता चल रही है। घर वालों ने शुरुआती पूछताछ के बाद दो बिन्दुओं पर पड़ताल की जा रही है।

दोस्त से कहा-पापा-मम्मी का ख्याल रखना
धीरज ने बताया कि आकाश ने अपने मैसेज में लिखा था कि मेरे पापा-मम्मी को रुपये दे देना। साथ ही भाई व घर वालों का ख्याल रखना। मैसेज में उसने खुद के काफी परेशान होने की बात लिखी थी। पर, किस लिये परेशान है, इसका जिक्र नहीं किया।

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