भूख हड़ताल पर बैठे किसान, आंदोलन में शामिल होंगे आज दिलजीत

किसानों का धरना जारी है. आज किसान भूख हड़ताल भी कर रहे हैं, जो अब हर 24 घंटे में रोटेशन के हिसाब से बदलेगी. इस बीच आज पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ फिर आंदोलन में शामिल होंगे और गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच सकते हैं.

सरकार किसानों से चर्चा करना चाह रही है, लेकिन अब किसानों की ओर से अपने आंदोलन को धार दी जा रही है ताकि लड़ाई लंबी चल सके.

किसान संगठनों द्वारा आज भूख हड़ताल बुलाई गई है, आज इन संगठनों के नेता भूख हड़ताल पर रहेंगे…

1) जय किसान आन्दोलन की रविंदरपाल कौर गिल
2) भारतीय किसान यूनियन एकता (सिद्धपुर) के अध्यक्ष जगजीत सिंह दलेवाल
3) कुलदीप सिंह दयाला, वित्त सचिव, दोआबा किसान यूनियन पंजाब
3) भारतीय किसान यूनियन पंजाब के अध्यक्ष फुरमान सिंह संधू
4) बूटा सिंह चक्र, राज्य नेता, पंजाब किसान यूनियन
5) डेमोक्रेटिक किसान सभा पंजाब के अध्यक्ष डॉ. सतनाम सिंह अजनाला
६) क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब के नेता अवतार सिंह कौरजीवाला
7) कीर्ति किसान यूनियन के भूपिंदर सिंह लोंगोवाल
8) दोआबा किसान समिति के अध्यक्ष जंगबीर सिंह चौहान
9) दोआबा किसान संघर्ष समिति के मुकेश चंद्र
10) कुल हिंद किसान सभा (बलनवाल) के बलजीत सिंह
11) लोक इंसाफ वेलफेयर के अध्यक्ष बलदेव सिंह सिरसा

किसानों और सरकार के बीच टकराव बढ़ रहा है. किसानों ने 27 दिसंबर को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान पूरे समय थाली पीटते रहने की बात कही है. किसान नेताओं ने कहा है कि “हम सभी से अपील करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान 27 दिसंबर को जब तक वो बोलते रहें, सभी अपने घरों से थाली बजाएं.”

किसानों के प्रदर्शन के कारण आज भी ट्रैफिक रूट में काफी बदलाव किया गया है.

दिल्ली से नोएडा आने वाले चिल्ला बॉर्डर का एक हिस्सा खोला गया है, हालांकि नोएडा से दिल्ली जाने वाला हिस्सा बंद है.

टिकरी, धनसा बॉर्डर पूरी तरह बंद हैं. झाटिकारा बॉर्डर सिर्फ टू व्हीलर के लिए खोले गए हैं.

सिंघु, मंगेश, पियाउ मनियारी बॉर्डर पूरी तरह से बंद हैं.

बीते दिन किसान एकता मोर्चा के फेसबुक पेज को लेकर जमकर बवाल हुआ. किसानों ने अपने आंदोलन की आवाज तेज करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है, लेकिन रविवार को फेसबुक ने किसानों के पेज को बंद किया. जब इसपर काफी विवाद हुआ तो फेसबुक द्वारा पेज को फिर सही कर दिया गया.

आंदोलन के बीच सरकार ने फिर किसानों से बातचीत की पहल की है. कृषि मंत्रालय ने किसान संगठनों को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें सरकार की ओर से बातचीत की मंशा जाहिर की गई है. बातचीत कब करनी है, ये किसान तय कर सकते हैं. बता दें कि अबतक किसान-सरकार में 6 दौर की बातचीत फेल हो चुकी है.

कृषि कानून की वापसी पर किसान लगातार अड़े हुए हैं. इसी बीच आंदोलन को धार देते हुए किसानों ने सोमवार को भूख हड़ताल का ऐलान कर दिया है. किसान संगठन आज हर धरना स्थल पर भूख हड़ताल पर बैठेंगे. इससे पहले भी किसानों ने भारत बंद, भूख हड़ताल बुलाया था.

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