भारत की इन जगहों पर भी देखने को मिलती है कृष्ण जन्माष्टमी की अलग ही धूम

इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त को मनाया जाएगा। इस पर्व की धूम पूरे भारत देश में देखने को मिलती है। सोमवार को मनाए जाने वाले इस त्योहार के मौके पर आप घूमने-फिरने का भी प्लान बना सकते हैं। जन्माष्टमी का जश्न सिर्फ मथुरा- वृंदावन में ही देखने को नहीं मिलता, बल्कि गुजरात, मुंबई और केरल जैसी जगहों पर भी इस मौके पर शानदार नजारा होता है। अगर आप भी हैं कृष्ण भक्त तो इस बार इन जगहों पर जाकर मनाएं कृष्ण जन्माष्टमी।

जन्माष्टमी पर भारत में घूमने वाली जगहें
मथुरा- वृंदावन (उत्तर प्रदेश)
वृंदावन भगवान कृष्ण जी जन्मस्थली है, इस वजह से यहां अलग ही रौनक देखने को मिलती है। वृंदावन में तो जन्माष्टमी का उत्सव 10 दिन पहले से ही शुरू हो जाता है। मंदिरों को तरह-तरह के फूलों से सजाया जाता है। पूरे दिन भजन-कीर्तन होते हैं। पूरा माहौल भक्तिमय होता है। मतलब यहां आकर एक अलग ही तरह की शांति का एहसास होगा आपको। दिल्ली और इसके आसपास शहरों में रहने वालों के लिए ये एकदम बेहतरीन जगह है जन्माष्टमी पर घूमने के लिए।

द्वारका (गुजरात)
गुजरात के द्वारका में भगवान श्री कृष्ण का पौराणिक मंदिर है। मथुरा छोड़ने के बाद वो द्वारका ही आए थे। गुजरात का द्वारकाधीश मंदिर अद्भुत है। वैसे तो पूरे साल ही इस मंदिर में भक्त दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन जन्माष्टमी के अवसर पर तो दुनियाभर से दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ती है। मंदिर में दर्शन के साथ ही यहां आसपास भी कई जगहें हैं, जहां आप घूम-फिर सकते हैं।

पुरी (ओडिशा)
उड़ीसा के पुरी में भी मथुरा-वृंदावन जैसे ही हफ्ते भर पहले से जन्माष्टमी का जश्न शुरू हो जाता है। इनमें भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन खास होता है। उनकी झांकियां निकाली जाती हैं। रात में होने वाली आरती देखने का तो अलग ही आनंद है। इसके अलावा पुरी में और भी कई जगहें हैं, जहां आप घूमने का मजा ले सकते हैं।

मुंबई (महाराष्ट्र)
मुंबई में तो जन्माष्टमी के अवसर पर होने वाली दही-हांड़ी देश ही नहीं दुनियाभर में मशहूर है। दादर, वर्ली, ठाणे, लालबाग की दही हांडी को देखने तो दुनियाभर से लोग आते हैं। सपनों की नगरी मुंबई में घूमने के भी ठिकानों की कोई कमी नहीं।

गुरुवायु मंदिर, केरल
गुरुवायु मंदिर केरल के थ्रिसूर जिले में स्थित है। जिसे हिंदुओं का तीर्थ भी कहते हैं। इस मंदिर में भगवान कृष्ण के बालरूप की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर को बृहस्पति और वायुदेव ने बनवाया था। इसी वजह से इस मंदिर का नाम गुरुवायु मंदिर रखा गया। यहां भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का नजारा ऐसा होता है, जिसका अनुभव आपको सालों तक रहेगा याद और केरल भारत में घूमने वाली जगहों में टॉप पर आता है। घूमने के अलावा यहां के जायकों को भी चखना मिस न करें।

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