एनकाउंटर से डरे गैंगस्टर, खुद पहुंचे थाने

उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ की पुलिस जिस तरह ताबड़तोड़ बदमाशों के एनकाउंटर में लगी है, उससे बदमाशों में पुलिस का खौफ साफ नजर आने लगा है. बदमाशों का ऐसा बुरा हाल है कि एनकाउंटर के डर से वे जेल से बाहर ही नहीं आना चाहते.

बेल मिलने के बावजूद ये बदमाश जेल में ही पड़े हुए हैं और कितने ही बदमाशों ने तो पुलिस को शपथपत्र तक दे दिया है कि अब वे कोई अपराध नहीं करेंगे. ताजा उदाहरण कैराना से आया है, जहां कई कुख्यात अपराधियों ने जेल के अंदर ही रहने की अर्जी दे दी है.

गौरतलब है कि शामली में बदमाशों पर यूपी पुलिस का कहर कुछ ज्यादा ही बरपा है. योगीराज के 10 महीने में यूपी पुलिस ने अकेले शामली में 6 कुख्यात अपराधियों को मार गिराया है, जबकि 80 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है.

बदमाशों में पुलिस और एनकाउंटर का खौफ इस कदर फैला हुआ है कि कई बदमाश तो अपनी जमानत रद्द करवा वापस जेल चले गए हैं. यहां तक कि गिरफ्तार किए गए कुख्यात गैंगस्टर मुकीम काला ने भी कोर्ट से गुहार लगाई है कि उसे जेल में ही रखा जाए.

‘आजतक’ ने जमानत पर रिहा चल रहे कैराना के 10 से अधिक बदमाशों से बात की. इन बदमाशों ने कैराना पुलिस को लिखित शपथपत्र दिया है कि वे अब कोई अपराध नहीं करेंगे और न ही किसी आपराधिक घटना में शामिल होंगे.

ऐसा नहीं है कि ये कोई छोटे-मोटे बदमाश हैं. एक समय था जब इलाके के लोग इन बदमाशों से थरथर कांपते थे, लेकिन अब यूपी पुलिस को देख इन बदमाशों के पसीने छूट रहे हैं. इन बदमाशों पर हत्या, उगाही, अपहरण, फिरौती, डकैती और अवैध हथियारों का कारोबार करने जैसे संगीन आरोप हैं.

कैराना के कुख्यात अपराधी इनाम धुरी का भी यही हाल है. हत्या, लूट और उगाही के 20 से अधिक मामलों में आरोपी इनाम धुरी ने ‘आजतक’ से कहा, “पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है. कैराना में हुए हालिया एनकाउंटर के बाद हम डर गए हैं. मैंने SP से कहा कि अब मैं कोई अपराध नहीं करूंगा. अगर हम दोबारा पकड़ लिए गए तो हमें छोड़ा नहीं जाएगा.”

हालांकि मानवाधिकारों की दुहाई देकर कुछ सामाजिक कार्यकर्ता इस तरह अंधाधुंध एनकाउंटर किए जाने की आलोचना कर रहे हैं, लेकिन CM योगी का कहना है कि बदमाशों को उन्हीं की भाषा में समझाया जाएगा.

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हाल ही में अवैध हथियारों का कारोबार करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए और बाद में जमानत पर रिहा हुए बदमाश फुरकान ने समर्पण कर दिया है. फुरकान को पिछले साल पुलिस ने 200 पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था और पुलिस का कहना था कि फुरकान 500 हैंडगन बनाने की तैयारी में था.

6 आपराधिक मामलों में 2 महीने जेल की सजा काट चुके एक अन्य अपराधी गय्यूर ने पुलिस का मुखबिर बनने का फैसला कर लिया है. उसने आजतक से कहा, “मेरे खिलाफ अधिकतर झूठे केस दर्ज किए गए हैं. इन मामलों में मेरी कोई भूमिक नहीं रही. मुकीम काला ने मेरे भाइयों का कत्ल कर दिया था और उसी का बदला लेने के लिए मैंने जुर्म की दुनिया में प्रवेश किया. लेकिन अब मैंने वादा किया है कि अब यह सब छोड़ दूंगा. जिंदा रहना है तो क्राइम छोड़ना पड़ेगा.”

कई बदमाशों ने तो अपराध छोड़ घर लौटकर कुछ और धंधा शुरू करने का फैसला किया है. वहीं यूपी पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि यह सब बदमाशों के खिलाफ की गई धड़ाधड़ कार्रवाइयों का नतीजा है और आम लोगों की मदद से यूपी पुलिस बदमाशों में खौफ पैदा करने में सफल हुई है.

शामली के SSP अजय पाल शर्मा ने आजतक से कहा, “इससे पहले पुलिस वाले इन कुख्यात अपराधियों के गांव में घुसने तक से डरते थे. लेकिन हमने इन बदमाशों को उनके गांव में ही मार गिराया. हमने 6 वांटेड बदमाशों को मार गिराया जबकि 40 बदमाश हमारी गोली से जख्मी होकर गिरफ्तार हुए. एक साल से भी कम समय में 80 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.”

उनका कहना है कि अब हाल यह है कि एक भी बदमाश आपको सड़कों पर खुले में घूमता नजर नहीं आएगा. कइयों ने या तो सरेंडर कर दिया है या अपराध ही छोड़ दिया है. इस समय हरियाणा के यमुनानगर जेल में बंद शातिर गैंगस्टर मुकीम काला ने तो यूपी की अदालत में पेश न किए जाने की गुहार लगाई है और कहा है कि उसे यूपी की अदालत के समक्ष वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाए.

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