चुनाव आयोग प्रेस कांफ्रेंस: आज MP समेत इन राज्यों के चुनावों की हो सकती है घोषणा

मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आज घोषणा हो सकती है। दोपहर 12.30 बजे चुनाव आयोग प्रेस कांफ्रेंस करेगा। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग ने इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और चुनाव के तारीखों की आज घोषणा की जा सकती है। इसके बाद राज्यों में आचार संहिता लागू हो जाएगी।चुनाव आयोग प्रेस कांफ्रेंस: आज MP समेत इन राज्यों के चुनावों की हो सकती है घोषणा

बता दें कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा पहले ही कमर कस चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज मध्य प्रदेश में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान में आज चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। 

दरअसल, मध्य प्रदेश में 2013 में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों की घोषणा 4 अक्टूबर को की गई थी। इस आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार भी आचार संहिता जल्द लागू हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा चुनावों की भी घोषणा की जा सकती है। 

हालांकि, माना ये भी जा रहा है कि तेलंगाना में 9 अक्टूबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी, इसलिए उसके बाद ही चुनावों के तारीखों की घोषणा की जाएगी।  

इसके अलावा ऐसा भी माना जा रहा है कि 12 अक्टूबर के बाद चुनाव की घोषणा की जाएगी, क्योंकि मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत मनीला दौरे पर जा रहे हैं। जब वह वहां से वापस लौटेंगे, उसके बाद ही चुनाव के तारीखों की घोषणा होगी। 

कहां-कितनी सीटें? 

बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल 231 सीटों पर चुनाव होगा, जबकि राजस्थान में 200 सीटों पर, छत्तीसगढ़ में 91 सीटों पर, मिजोरम में 40 सीटों पर और तेलंगाना में कुल 119 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं। इन पांचों राज्यों में से तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इस वक्त भाजपा की सरकार है। लिहाजा कांग्रेस के लिए इन राज्यों में चुनाव जीतना किसी चुनौती से कम नहीं होगी। 

मध्य प्रदेश चुनाव में इस बार महिलाओं की भी होगी तैनाती 

इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सतना जिले में बूथों पर महिला कर्मचारियों की भी तैनाती की जाएगी। दरअसल, यह फैसला पुरुष मतदान कर्मियों की घट रही संख्या को देखते हुए किया गया है। 

आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि महिला कर्मचारियों की तैनाती शहरी मतदान केंद्रों और उनके कार्यस्थल के पास के मतदान केंद्रों में की जाएगी। सूदूर क्षेत्रों में इनको तैनात नहीं किया जाएगा।

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