डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को समझौते से बाहर किया तो ईरान भी परमाणु समझौता तोड़ देगा

ईरान ने कठोर शब्दों में कहा है कि यदि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को समझौते से बाहर किया तो उस स्थिति में वह भी दुनिया के ताकतवर देशों के साथ हुए परमाणु समझौते से बाहर निकल आएगा। ईरान के सुप्रीम नेता आयतुल्ला अली खामनेई के विदेश नीति सलाहकार अली अकबर वेलायती ने सरकारी टेलीविजन को यह बताया है। देश के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जारिफ ने भी कहा है कि उनका देश बड़ी शक्तियों के साथ फिर से 2015 का परमाणु समझौता नहीं करेगा।

वेलायती ने कहा है, “यदि अमेरिका परमाणु समझौते से हटता है तो हम भी उसमें बने नहीं रहेंगे।” ट्रंप ने समझौता तोड़ देने की धमकी दी है। 12 मई को समझौते का नवीकरण किया जाना है और ऐसे समय में अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे “पागलपन” कहा है। ईरान हमेशा इस बात पर जोर देता आया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम असैनिक उद्देश्य के लिए है।

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वेलायती ने प्रतिबंध से बचने के लिए ईरान और छह विश्व शक्तियों के बीच 2015 में हुए परमाणु समझौते को फिर से कराने के प्रयास के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “ईरान ने परमाणु समझौता स्वीकार किया क्योंकि इसे उसी ने तैयार किया है और उसमें से किसी भी चीज को जोड़ने या हटाने को स्वीकार नहीं करेगा।

यदि अमेरिका से जुड़े देश, खास तौर से यूरोपीय परमाणु समझौते की समीक्षा करना चाहते हैं तो हमारे पास एक ही विकल्प होगा समझौते से हटना।” समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले तीन यूरोपीय देशों ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने ट्रंप को इससे नहीं हटने के लिए समझाने का प्रयास किया है।

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