पाकिस्तान से लौटी दिव्यांग गीता के लिए सुषमा स्वराज को वर की तलाश

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इन दिनों एक योग्य वर की तलाश में हैं। 15 साल पाकिस्तान में रहकर 2015 में भारत लौटी दिव्यांग गीता की शादी के लिए सुषमा स्वराज लड़का तलाश रही हैं। पाक से लौटने के बाद कई परिवारों ने गीता के अपनी बेटी होने का दावा किया था लेकिन उसके परिवार का पता नहीं चल सका था। बीते साल अक्टूबर में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह से एक मीटिंग के बाद कहा था कि वो गीता की शादी के बारे में सोच रही हैं। गीता फिलहाल इंदौर में है।  

सुषमा खुद फाइनल करेंगी लड़का मूक-बधिर समुदाय के अधिकारों के लिये काम करने वाले एक संगठन ‘रीयूनाइट गीता, ए डेफ गर्ल, विद फैमिली’ ने बताया है कि सुषमा स्वराज से कुछ दिन पहले मुलाकात के बाद उन्होंने गीता के लिये योग्य वर की तलाश के मकसद से फेसबुक पर वैवाहिक विज्ञापन पोस्ट किया है। वैवाहिक विज्ञापन पोस्ट किये जाने के 10 दिन के भीतर कई रिश्ते गीता के लिए आए हैं। गीता से विवाह के इच्छुक लोगों की जानकारी उचित छानबीन के बाद विदेश मंत्रालय भेजी जा रही है। लड़कों का बायोडाटा पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज देखेंगी और फिर गीता से राय ली जाएगी। 

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इंदौर में है गीता गीता इंदौर के गुमाश्ता नगर स्थित मूक-बधिर संगठन की देख रेख में है. गीता को ‘डेफ एंड डंब बायलिंगुअल एकेडमी’ में रखा गया है। गीता की उम्र 24 साल की हैं। विदेश मंत्रालय गीता से शादी करने वाले को घर, नौकरी और गृहस्थी का सामान भी देगा। सुषमा स्वराज के साथ शिवराज सिंह चौहान भी शादी में शामिल हो सकते हैं। 

अक्टूबर 2015 में लौटी थीं भारत

ऑनलाइन विज्ञापन के आधार पर अबतक लगभग 20 लोगों ने बाकायदा अपने बायोडेटा के साथ गीता से शादी का प्रस्ताव भेजा है, जिनमें मंदिर का पुजारी और लेखक शामिल हैं। गीता सात-आठ साल की उम्र से पाकिस्तान में रही थी। गलती से सरहद पार पहुंचने वाली यह मूक-बधिर लड़की को भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विशेष प्रयासों के बाद 26 अक्तूबर, 2015 को स्वदेश लौटी थी। 

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