पुरुषों के लिए बेहद फायदेमंद हैं धतूरा, बस ऐसे करें इस्तेमाल…

भगवान शिव को खुश करने के लिए धतूरा चढ़ाया जाता है. भोलेनाथ को धतूरा बहुत प्रिय है. मान्यता है कि भोलेनाथ को धतूरा चढ़ाने से दुखों से छुटकारा मिलता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि धतूरा न सिर्फ भगवान शिव को खुश करने के लिए चढ़ाया जाता है बल्कि बीमारियों में भी धतूरे का इस्तेमाल किया जाता है. ऑर्गेनिकफैक्ट्स की खबर के अनुसार सीमित मात्रा में लिया जाए तो औषधि की तरह काम करता है और शरीर को अंदर से गर्म रखता है. देवी भागवत‍ पुराण में कहा गया है कि विषपान के बाद अश्विनी कुमारों ने भांग, धतूरा, बेल से शिव जी की व्याकुलता दूर की थी. आयुर्वेद के मुताबिक धतूरे में मौजदू औषधिय गुण घाव को ठीक करने और शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं. आइए आपको बताते हैं धतूरे के फायदों के बारे में. हालांकि नीचे दिए किसी भी उपाय को अपनाने से पहले किसी आयुर्वेदिक स्पेशलिस्ट या फिर डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें. धतूरे का ज्यादा मात्रा में सेवन आपकी इम्यूनिटी के साथ साथ शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है.

पुरुषों की शारीरिक क्षमता बढ़ाता है
पुरुषों के लिए धतूरे का सेवन करना किसी वरदान से कम नहीं है. इससे उनकी शारीरिक क्षमता (Physical Power) बढ़ती है. इसके सेवन के लिए लौंग और धूतरे के बीज को बराबर मात्रा में पीस लें. फिर इसके बाद इसमें शहद मिलाकर छोटी गोलियां बना लें. अब रोजाना सुबह इसकी एक गोली खाएं. जल्द ही बदलाव महसूस करेंगे.

जोड़ों के दर्द और सूजन में फायदेमंद

धतूरे का इस्तेमाल जोड़ों के दर्द में किया जा सकता है. साथ ही पैरों में सूजन या भारीपन के लिए भी धतूरे का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए धतूरे की पत्तियों को पीसकर लेप लगाना होगा. इसस तत्काल आराम मिलेगा, क्योंकि गर्म तासीर होने के कारण मांसपेशियों की प्राकृतिक सिकाई होती है और मांसपेशियां नरम पड़ जाती हैं. इससे आराम मिलता है.

गंजेपन को दूर करेगा धतूरा
गंजेपन से परेशान लोग इसके रस को प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं. इसके रस में ऐसे विशेष गुण होते हैं, जो सीबम को स्वस्थ करते हैं और गंजेपन की समस्या को काफी हद तक रोकते हैं. धतूरे के रस को तिल के तेल के साथ मिलाकर लगाने से भी फायदा मिलता है. यह बालों की कई प्रकार की समस्याओं को दूर करता है.

घाव को करता है ठीक
अगर आपके शरीर पर कोई गहरा जख्म या घाव है तो आप धतूरे की मदद से उसे ठीक कर सकते हैं. इसे एंटिसेप्टिक दवाई की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे कोई भी घाव जल्दी भर जाता है. हालांकि इस बात का भी ध्यान रखने की जरूरत है कि इसका इस्तेमाल ज्यादा गहरे जख्मों पर न किया जाए.

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