आज अमरोहा में सोमवती अमावस्या पर गंगा घाट पर उमड़े श्रद्धालु

अमरोहा। वैशाख मास भगवान शिव और भगवान विष्णु का प्रिय माह है। सोमवती अमावस्या का इस माह में आना अत्यंत शुभ माना जाता है। सोमवती अमावस्या पर आज अमरोहा के ब्रजघाट और तिगरी गंगा घाट पर श्रद्धालु उमड़े पड़े हैं।आज अमरोहा में सोमवती अमावस्या पर गंगा घाट पर उमड़े श्रद्धालु

सोमवार को भोर से ही स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। इन घाटों पर अमरोहा, हापुड़ के साथ बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, दिल्ली और हरियाणा तक से श्रद्धालु सोमवती अमावस्या के स्नान के लिए पहुंचे और हर हर गंगे के उद्घोष के साथ डुबकी लगाई। घाटों पर खासी चहल पहल थी। इधर स्नान के कारण हाइवे के गंगापुल पर जाम लग गया। दिल्ली और मुरादाबाद का ट्रैफिक रेंग रेंग कर आगे बढ़ रहा था।

सूर्यदेव को करें जल अर्पित, गरीबों को दें दान

वैशाख मास भगवान शिव और भगवान विष्णु का प्रिय माह है। इस माह सोमवती अमावस्या का आना अत्यंत शुभ माना जाता है। प्रत्येक मास अमावस्या आती है, लेकिन ऐसा बहुत कम होता है, जब अमावस्या सोमवार के दिन हो। कहा जाता है कि पांडव पूरे जीवन तरसते रहे परंतु उनके संपूर्ण जीवन में सोमवती अमावस्या नहीं आई। इस दिन को स्नान, दान के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

सोमवार चंद्रमा का दिन है। इस दिन सूर्य तथा चंद्र एक सीध में स्थित रहते हैं। इसलिए यह पर्व विशेष पुण्य देने वाला है। सोमवती अमावस्या के दिन सूर्य नारायण को जल अर्पित करने से दरिद्रता दूर होती है। इस दिन नदी या सरोवर में स्नान कर भगवान शिव, माता पार्वती की पूजा करें। अमावस्या के दिन वृक्ष से पत्ता तोडऩा भी वर्जित है। इस अमावस्या पर विवाहित स्त्रियों द्वारा पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखने का विधान है।

इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन मौन रहकर स्नान-ध्यान करने से सहस्र गोदान का पुण्य फल प्राप्त होता है। कहा जाता है कि इस दिन किया गया दान हजार गुना फलदायी होता है। इस दिन गरीबों को भोजन कराने और वस्त्र भेंट करने से जीवन की समस्त बाधाएं दूर हो जाती हैं। अगर गृह क्लेश है तो इस दिन पीपल पर मीठा दूध अर्पित करें। 

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